33 वर्षों बाद अमेरिका के परमाणु परीक्षण आदेश से कांपा विश्व- क्या शुरू होगी नई "न्यूक्लियर रेस"? दुनियाँ में फिर गूंज उठा ‘न्यूक्लियर’ का डर-जब शक्ति विवेक के बिना चलती है, तो विनाश निश्चित होता है। वैश्विक परमाणु निरस्त्रीकरण नीति ज़रूरी -"न्यूक्लियर रेस "शुरू हो गई,तो मानव सभ्यता को ख़ुद अपने बनाए हथियारों से मिटने में देर नहीं लगेगी?- एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र गोंदिया - वैश्विक स्तरपर दुनियाँ के राजनीतिक गलियारों में इन दिनों सबसे ज्यादा चर्चा जिसमुद्दे पर हो रही है,वह है अमेरिका का 33 वर्षों के बाद पुनः परमाणु परीक्षण शुरू करने का आदेश।जिस देश ने दशकों तक पूरी दुनियाँ को परमाणु हथियारों से दूर रहने की नसीहत दी,आज वही देश फिर से न्यूक्लियर बमों की गूंज सुनना चाहता है राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा अमेरिकी सेना को परमाणु परीक्षण तुरंत शुरू करने का आदेश देने के बाद वैश्विक समुदाय में एक प्रकार की हलचल मच गई है।मैं एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र यह मानता हूंकि रूस से लेकर चीन,उत्तर कोरिया से लेकर ईरानतक हर देश की निगाह अब वॉश...