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Showing posts from October, 2025

33 वर्षों बाद अमेरिका के परमाणु परीक्षण आदेश से कांपा विश्व- क्या शुरू होगी नई "न्यूक्लियर रेस"?

 33 वर्षों बाद अमेरिका के परमाणु परीक्षण आदेश से कांपा विश्व- क्या शुरू होगी नई "न्यूक्लियर रेस"? दुनियाँ में फिर गूंज उठा ‘न्यूक्लियर’ का डर-जब शक्ति विवेक के बिना चलती है, तो विनाश निश्चित होता है। वैश्विक परमाणु निरस्त्रीकरण नीति ज़रूरी -"न्यूक्लियर रेस "शुरू हो गई,तो मानव सभ्यता को ख़ुद अपने बनाए हथियारों से मिटने में देर नहीं लगेगी?- एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र गोंदिया - वैश्विक स्तरपर दुनियाँ के राजनीतिक गलियारों में इन दिनों सबसे ज्यादा चर्चा जिसमुद्दे पर हो रही है,वह है अमेरिका का 33 वर्षों के बाद पुनः परमाणु परीक्षण शुरू करने का आदेश।जिस देश ने दशकों तक पूरी दुनियाँ को परमाणु हथियारों से दूर रहने की नसीहत दी,आज वही देश फिर से न्यूक्लियर बमों की गूंज सुनना चाहता है राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा अमेरिकी सेना को परमाणु परीक्षण तुरंत शुरू करने का आदेश देने के बाद वैश्विक समुदाय में एक प्रकार की हलचल मच गई है।मैं एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र यह मानता हूंकि रूस से लेकर चीन,उत्तर कोरिया से लेकर ईरानतक हर देश की निगाह अब वॉश...

ट्रंप-ज़िनपिंग के बीच समझौता वास्तव में अमेरिका की रणनीतिक सफ़लता है, या चीन की शतरंजी चाल का एक हिस्सा -एक सटीक विश्लेषण

 ट्रंप-ज़िनपिंग के बीच समझौता वास्तव में अमेरिका की रणनीतिक सफ़लता है, या चीन की शतरंजी चाल का एक हिस्सा -एक सटीक विश्लेषण  दक्षिण कोरिया बुसान बैठक- संवाद या शक्ति प्रदर्शन?“छह साल बाद एक फ्रेम में दिखे डोनाल्ड ट्रंप और शी जिनपिंग- वैश्विक शक्ति संतुलन की नई परिभाषा” दक्षिण कोरिया बुसान ट्रंप- ज़िनपिंग मुलाक़ात -दुनियाँ के लिए एक प्रतीकात्मक संदेश है,कि वैश्विक शांति का रास्ता संवाद से गुजरता है, जिसमें विश्वास और समानता की भावना हो, ज़ो नहीं दिखा-एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानीं गोंदिया महाराष्ट्र  गोंदिया - वैश्विक स्तरपर दुनियाँ की निगाहें आज दक्षिण कोरिया के बुसान शहर पर टिकी थीं, जहाँ लगभग छह वर्षों केअंतराल के बाद अमेरिकी राजनीति के सबसे प्रभावशाली चेहरों में से एक डोनाल्ड ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग एक ही फ्रेम में नजर आए। यह दृश्य प्रतीकात्मक रूप से जितना साधारण दिखा,उतना ही भू-राजनीतिक दृष्टि से गूढ़ था। दोनों नेता विश्व राजनीति की दो ऐसी ध्रुवीय शक्तियों का प्रतिनिधित्व करते हैं, जो पिछले एक दशक से अधिक समय से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से वैश्विक आर्थिक, सैन...

पत्नियां सावधान रहें ?- हाईकोर्ट का फैसला - बुज़ुर्ग सास-ससुर के साथ दुर्व्यवहार,झगड़ा- विवाद या उपेक्षा करना मानसिक क्रूरता माना जाएगा,जो तलाक का आधार बन सकता है।

 पत्नियां सावधान रहें ?- हाईकोर्ट का फैसला - बुज़ुर्ग सास-ससुर के साथ दुर्व्यवहार,झगड़ा- विवाद या उपेक्षा करना मानसिक क्रूरता माना जाएगा,जो तलाक का आधार बन सकता है। हिन्दू मैरिज एक्ट,1955 की धारा 13(1)(ia) में अब बुज़ुर्ग सास-ससुर के साथ दुर्व्यवहार, झगड़ा-विवाद या उपेक्षा करना मानसिक क्रूरता माना जाएगा पत्नी द्वारा पति के वृद्ध माता- पिता के प्रति संवेदनशीलता नहीं दिखाना,उनकी स्वास्थ्य-स्थिति की जानकारी में उदासीनता, उत्तरदायित्व की अनदेखी, ये विवाह संबंधी क्रूरता के रूप में स्वीकार करना शानदार फैसला - एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र गोंदिया - वैश्विक स्तरपर भारत आदि अनादि क़ाल से संयुक्त परिवारों में बना-बसा रहा है, जबकि विदेशों में यह प्रथा बहुत कम देखने को मिलती है? इस प्रश्न का उत्तर सिर्फ सामाजिक- आर्थिक कारणों तक सीमित नहीं है,बल्कि इसमें ऐतिहासिक, सांस्कृतिक तथा वैधानिक घटक सम्मिलित हैं।भारत में पारंपरिक रूप से कृषि-आधारित अर्थव्यवस्था रही है, जहाँ जमीन-सम्पत्ति, श्रम, उपजी तथा आय परिवार-स्तर पर साझा होती थी। एक बड़े घर-परिवार (पिता-दादा-सास-ससुर-भाई-बहन- पति -...

क़्या ट्रम्प की टैरिफ पॉलिसी और भारत-रूस -चीनी मुद्रा- सहयोग की पहल वर्तमान डॉलर- मॉडल को “डीडॉलराइजेशन” की ओर ले जा रहे हैं ?

 क़्या ट्रम्प की टैरिफ पॉलिसी और भारत-रूस -चीनी मुद्रा- सहयोग की पहल वर्तमान डॉलर- मॉडल को “डीडॉलराइजेशन” की ओर ले जा रहे हैं ? भारत-अमेरिका क़ी आज भू- अर्थव्यवस्था में भारत- मॉडल की बढ़ती उपस्थिति को दर्शाती है-“कल का हर वाक्या तुम्हारा था,आज दास्तान हमारी है” भारत सरकार ने अपनी नीतियों में एक स्पष्ट संकेत दिया है कि, भारत अपने मुद्रा- चयन,भुगतान व्यवस्था और विनिमय व्यवस्था में अधिक सक्रिय होना चाहता हैँ ?- एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानीं  गोंदिया महाराष्ट्र गोंदिया - वैश्विक स्तरपर आज का वैश्विक आर्थिक परिदृश्‍य पहले से कहीं अधिक द्रुत गति से बदल रहा है। भारत, रूस, चीन, मध्यपूर्व एवं दक्षिण-एशियाई अर्थतंत्र, और अमेरिका के बीच चल रही प्रतिस्पर्धा एवं गठबंधनों का मिजाज बदल रहा है। उस बदलते परिदृश्‍य में यह कहावत- सच प्रतीत होती है कि “कल का हर वाक्या तुम्हारा था, आज दास्तान हमारी है।”इसे विशेष रूप से डोनाल्ड ट्रम्प- रूस भारत चीन  संदर्भ में प्रस्तुत किया है। अर्थात्, अमेरिका-केंद्रित वैश्विक व्यवस्था का प्रभुत्व कम हो रहा है और रूस भारत चीन  उस बदलाव में महत्वपूर्ण भूमिक...

प्रमुख पेंशनर एसोसिएशन जिला धार के नवनियुक्त अध्यक्ष मणिशंकर परमार का गर्म जोशी से स्वागत किया।

 प्रमुख पेंशनर एसोसिएशन जिला धार के नवनियुक्त अध्यक्ष मणिशंकर परमार का गर्म जोशी से स्वागत किया।                                                                                               प्रमुख पेंशनर एसोसिएशन म प्र के प्रांताध्यक्ष श्याम जोशी ने धार जिले के पूर्व अध्यक्ष ओमप्रकाश वर्मा को पदोन्नति देते हुए प्रांतीय संयुक्त सचिव का दायित्व सौंपा । धार जिले की कमान सेवा निवृत्त शिक्षक मणिशंकर परमार केसूर वालों को सौंपते हुए जिलाध्यक्ष का दायित्व सौंपा ।  नव नियुक्त जिलाध्यक्ष परमार के सादलपुर आगमन पर भारत माता परिसर पर प्रांतीय संगठन सचिव एवं बदनावर के तहसील अध्यक्ष जयनारायण जाट, प्रांतीय प्रचार मंत्री रामभरोसे वर्मा, रामस्वरूप वर्मा व साथियों द्वारा गर्म जोशी के साथ तिलक संस्कार एवं माल्यार्पण कर स्वागत किया गया।तत पश्चात प्रथम बैठक में ...

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 - चुनावी वादों व वास्तविक परिणामों के बीच अक्सर बहुत बड़ी खाई होती है?

 बिहार विधानसभा चुनाव 2025 - चुनावी वादों व वास्तविक परिणामों के बीच अक्सर बहुत बड़ी खाई होती है? राजनीतिक दल अपने वादों को सत्य-परक नीति -ऊर्जा में बदल दें,तो “उत्कृष्ट शासन”अनुभव हो सकता है,नहीं तो यह सिर्फ वादा-युग ही रह जाएगा। वादों क़ा क्रियान्वयन सहज नहीं है, विकास- प्रबंधन,वित्तीय संसाधनों की कमी, बुनियादी प्रशासनिक ढांचे की जटिलताएँ, चयन प्रक्रिया एवं भ्रष्टाचार- प्रवृत्तियाँ राजनीतिक बदलता गठबंधन,परिस्थितियाँ ये सभी अवरोध हैं- एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानीं गोंदिया महाराष्ट्र  गोंदिया - वैश्विक स्तरपर दुनियाँ के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत के एक राज्य बिहार क़ा विधानसभा चुनाव 2025 सभी 243 सीट पर दो चरण में चुनाव होंगे। पहले चरण के लिए 6 नवंबर को और दूसरे चरण के लिए 11 नवंबर को वोटिंग होगी।वहीं, चुनाव के नतीजे 14 नवंबर को जारी किए जाएंगे, चुनाव का आयोजन ऐसे समय पर हो रहा है जब भारत का राजनीतिक- सामाजिक परिदृश्य तेजी से बदल रहा है। राज्य में विगत दशकों से गरीबी, बेरोज़गारी, किसान समस्या, आधारभूत सुविधाओं की कमी, प्रवासन-मुद्रा जैसे कई प्रश्न बने हुए हैं।ऐसे में जब प्रमुख राजनी...

भारत की बहुभाषिक डिजिटल क्रांति-भाषाई डिजिटल पुनर्जागरण:- मातृभाषा में डिजिटल अधिकार-तकनीक, संस्कृति और समावेशन का नया युग

 भारत की बहुभाषिक डिजिटल क्रांति-भाषाई डिजिटल पुनर्जागरण:- मातृभाषा में डिजिटल अधिकार-तकनीक, संस्कृति और समावेशन का नया युग संवाद से समावेशन तक- संविधान में 22 भाषाओं को अनुसूचित किया गया है,जिन्हें सरकारी,शैक्षिक,न्याय- प्रक्रिया और सार्वजनिक संवाद की दृष्टि से विशेष संवैधानिक मान्यता है हर नागरिक को अपनी मातृभाषा में डिजिटल अधिकार, सेवाओं तक पहुँच और सूचना की स्वतंत्रता मिले,यही भारत के भाषाई डिजिटल पुनर्जागरण की असली नींव है -एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र  गोंदिया - वैश्विक स्तरपर भारत दुनियाँ का सबसे बड़ा लोकतंत्र, सबसे युवा जनसंख्या और सबसे विविध भाषाई पहचान वाला देश हैँ, यहाँ भाषा सिर्फ बोलने का माध्यम नहीं, बल्कि इतिहास, संस्कृति, परंपरा, ज्ञान और पहचान की जीवंत धरोहर है। भारतीयों के लिए भाषा आत्मा की आवाज़ है। भारत का भाषाई परिदृश्य दुनियाँ में सबसे अनूठा है, जहाँ 22 अनुसूचित भाषाएँ, 122 प्रमुख भाषाएँ और 19,500 + बोलियाँ बोली जाती हैं। इतने विशाल भाषाई विस्तार के साथ डिजिटल परिवर्तन को समावेशी बनाना एक बड़ी चुनौती और साथ ही एक विशाल अवसर है।भाषा केवल...

वर्तमान डिजिटल युग में भी दूषित भोजन खाने से होने वाली मौतों, दर्जनों बीमारियों,कौन जिम्मेदार कौन?

 वर्तमान डिजिटल युग में भी दूषित भोजन खाने से होने वाली मौतों, दर्जनों बीमारियों,कौन जिम्मेदार कौन?  भोजन उत्पादन,वितरण और आपूर्ति- शृंखला तेजी से वैश्वरीकृत हो रहा है,वहीं “दूषित या असुरक्षि भोजन” के कारण स्वास्थ्य-संकट बढ़ा खाद्य सुरक्षा उल्लंघन करने वाले अधिकारियों जो मंत्रालय से लेकर निरीक्षक पद तक को सस्पेंड ,उद्योगों, वितरकों, विक्रेताओं पर लाइसेंस रद्दीकरण, की सख़्त कार्रवाई जरूरी - एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र  गोंदिया - पूरी दुनियाँ क़े डिजिटल युग में जहां भोजन उत्पादन, वितरण और आपूर्ति-शृंखला तेजी से वैश्वरीकृत हो गया है, वहीं “दूषित या असुरक्षि भोजन” के कारण स्वास्थ्य-संकट भी उतने ही तेज स्वर से उत्पन्न हो रहे हैं। वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन के अनुमान के अनुसार, प्रति वर्ष लगभग 60 करोड़ (600 मिलियन) लोग असुरक्षित भोजन खाने के कारण बीमार होते हैं और लगभग 4.2 लाख लोगों की मौत होती है। बच्चों (5 वर्ष से कम उम्र) पर यह बोझ विशेष रूप से भारी है,बच्चों की मृत्यु का लगभग 30 पर्सेंट हिस्सा इसी से संबंधित है। यह संख्या सिर्फ एक स्वस्थ्य-संकट नहीं है, बल्क...

47 वाँ आसियांन शिखर सम्मेलन 26 से 28 अक्टूबर 2025- मलेशिया की राजधानी क़ुआलालम्पुर- समावेशिता एवं स्थिरता

 47 वाँ आसियांन शिखर सम्मेलन 26 से 28 अक्टूबर 2025- मलेशिया की राजधानी क़ुआलालम्पुर- समावेशिता एवं स्थिरता दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में समावेशी विकास, सामाजिक आर्थिक पक्षों का समुचित समन्वय, और पर्यावरणीय तथा स्थिरता संबंधी चिंताओं को प्रमुखता दी जाएगी अमेरिका भारत सहित बड़े विकसित देश शामिल होने से आसियान अब केवल क्षेत्रीय मंच नहीं बल्कि एक वैश्विक संवाद केंद्र बनने की प्रक्रिया में है- एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र  गोंदिया - वैश्विक स्तरपर दक्षिण- पूर्व एशिया के संगठन (आसियांन) का 47 वाँ संस्करण, 26 से 28 अक्टूबर 2025 तक मलेशिया की राजधानी क़ुआलालम्पुर में आयोजित होने जा रहा है।मलेशिया इस वर्ष आसियान की अध्यक्षता कर रहा है,और उन्होंने इस सम्मेलन के लिए थीम तय की है, समावेशिता एवं स्थिरता, इस थीम के अंतर्गत दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में समावेशी विकास, सामाजिक,आर्थिक पक्षों का समुचित समन्वय, और पर्यावरणीय तथा स्थिरता संबंधी चिंताओं को प्रमुखता दी जा रही है। मैं एडवोकेट किशन सनमुखदास  भावनानीं गोंदिया महाराष्ट्र यह मानता हूं कि इस आयोजन की विशेषता यह...

छठ महापर्व 25-28 अक्टूबर 2025- आस्था,श्रद्धा और आत्मसंयम का अलौकिक उत्सव - सूर्योपासना का अद्भुत वैश्विक प्रतीक

 छठ महापर्व 25-28 अक्टूबर 2025- आस्था,श्रद्धा और आत्मसंयम का अलौकिक उत्सव - सूर्योपासना का अद्भुत वैश्विक प्रतीक डिजिटल युग में भी छठ महापर्व अपनी पवित्रता, सादगी और सामूहिकता से विश्व में भारतीय संस्कृति की पहचान बनाए हुए है। छठ महापर्व केवल आस्था नहीं, बल्कि सूर्य ऊर्जा के वैज्ञानिक महत्व को भी उजागर करने वाला प्राचीन भारतीय ज्ञान है- एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र  गोंदिया - वैश्विक स्तरपर छठ पर्व भारत की उन प्राचीनतम और शुद्धतम परंपराओं में से एक है,जोआस्था श्रद्धा और आत्मसंयम की पराकाष्ठा को दर्शाती है। यह पर्व केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि यह जीवन की पवित्रता, प्रकृति के प्रति कृतज्ञता और पारिवारिक सुख-समृद्धि का अद्भुत संगम है। छठ महापर्व को सूर्य उपासना का सबसे पवित्र पर्व माना गया है। हिंदू धर्म में सूर्य देवता को जीवनदाता, स्वास्थ्य और ऊर्जा का स्रोत माना गया है। छठ पूजा में सूर्य भगवान और उनकी पत्नी उषा (प्रातःकालीन किरण) तथा प्रत्यूषा (सायंकालीन किरण) की पूजा की जाती है।मैं एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानीं गोंदिया महाराष्ट्र यह मानता हूं कि य...