आईएमएफ द्वारा भारत के राष्ट्रीय खाते आँकड़ों को ‘सी’ ग्रेड दिए जाने का विवाद -विपक्ष का तंज राजनीति और संसद में सरकार का पक्ष-विस्तृत विश्लेषण भारत क़ी अनुमानित जीडीपी 7.3 ट्रिलियन, अमेरिकी डॉलर विकास की तरफ इशारा कर रही हैं,तो आईएमफ ने डेटा क़ो ग्रेड "सी" रेटिंग क्यों दी? आईएमफ जैसी संस्था किसी देश के राष्ट्रीय खाते आँकड़ों की गुणवत्ता को कमज़ोर वर्ग में रखे, तो वह वैश्विक नीति- निर्माताओं और निवेशकों की दृष्टि में चिंता का विषय बन जाता है-एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र गोंदिया - वैश्विक स्तरपर अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमफ) द्वारा भारत के नेशनल एकाउंट्स स्टेटसटिक्स को वर्ष 2025 के वार्षिक मूल्यांकन में ‘सी’ ग्रेड दिया जाना,भारत की आर्थिक विमर्श में अचानक एक प्रमुख विषय बन गया। राष्ट्रीय खाते आँकड़े किसी भी देश की आर्थिक सेहत, विकास उत्पादन,निवेश,उपभोग तथा आमदनी की संरचना को दर्शाते हैं,और इसलिए इन आँकड़ों की प्रामाणिकता को लेकर किसी भी प्रकार की विदेशी शंका स्वाभाविक रूप से बड़े राजनीतिक और आर्थिक तूफ़ान का कारण बनती है। यह आलोचना केवल एक तकनीकी अवलोकन नह...
23 वाँ भारत-रूस शिखर सम्मेलन 4-5 दिसंबर 2025 - एक निर्णायक समय में ऐतिहासिक मुलाकात- संभावित परिणामों का विस्तृत विश्लेषण
23 वाँ भारत-रूस शिखर सम्मेलन 4-5 दिसंबर 2025 - एक निर्णायक समय में ऐतिहासिक मुलाकात- संभावित परिणामों का विस्तृत विश्लेषण पुतिन की भारत यात्रा 2025- वैश्विक शक्ति- समीकरण के केंद्र में भारत-रूस की नई साझेदारी 23 वें भारत-रूस शिखर सम्मेलन के संभावित परिणामों क़ा,असर अंतरराष्ट्रीय शक्ति- संतुलन ऊर्जा सुरक्षा, रक्षा तकनीकों और वैश्विक वित्तीय संरचनाओं पर भी देखने को मिल सकता है- एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र गोंदिया - वैश्विक स्तरपर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की 23 वें भारत–रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन है, 4-5 दिसंबर 2025 क़ी भारत यात्रा न केवल दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि बदलते वैश्विक शक्ति-संतुलन के संदर्भ में भी अत्यंत निर्णायक मानी जा रही है। वर्ष 2022 में यूक्रेन संघर्ष आरंभ होने के बाद यह पुतिन की पहली भारत यात्रा है, इसलिए पूरी दुनियाँ की निगाहें इस मुलाकात पर टिकी हैं। भारत और रूस के ऐतिहासिक, रणनीतिक और सांस्कृतिक संबंध दशकों से अटूट रहे हैं, किंतु इस बार की यात्रा कई नए आयाम खोलने वाली मानी जा रही है जो 21वीं सदी क...