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स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान के अंतर्गत उप स्वास्थ्य केंद्र बाबू खेड़ा में स्वास्थ्य शिविर----

 स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान के अंतर्गत उप स्वास्थ्य केंद्र बाबू खेड़ा में स्वास्थ्य शिविर------- यह अभियान दिनांक 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चलेगा को स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान के अंतर्गत उप स्वास्थ्य केंद्र बाबू खेड़ा पिए सी पिपलिया मंडी ब्लॉक मल्हारगढ़ जिला मंदसौर में डा जी एस चौहान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी व  ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डा जितेंद्र पाटीदार जी के सानिध्य में शिविर का आयोजन किया गया ।  इस शिविर का लोकार्पण गांव के सरपंच श्री शरीफ खा जी किया सी एच ओ पाटीदार मैडम  एएनएम प्रजापत द्वारा गांव कई महिलाओं को सभी प्रकार की जांच की  गई  इस अवसर पर गांव के कहीं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे स्वास्थ्य विभाग के सी एच ओ श्रीमती ममता पाटीदार एएनएम श्रीमती चंद प्रजापत आशा कार्यकर्ता विजिया नायक राधा सोलंकी चंदा मालवीय उपस्थित थे
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बेटमा खुर्द में संगोष्ठी : सब्जी एवं फूड ग्रेड सोयाबीन को किसानों के लिए लाभदायक विकल्प बताया

 बेटमा खुर्द में संगोष्ठी : सब्जी एवं फूड ग्रेड सोयाबीन को किसानों के लिए लाभदायक विकल्प बताया इंदौर। जिले के ग्राम बेटमा खुर्द में बुधवार को वर्ल्ड वेजिटेबल सेंटर, हैदराबाद तथा राष्ट्रीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान, इंदौर के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय संगोष्ठी आयोजित की गई। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य किसानों को सब्जी उत्पादन एवं फूड ग्रेड सोयाबीन की उन्नत तकनीकों से अवगत कराना तथा इन विकल्पों को मध्य प्रदेश के किसानों के लिए एक लाभदायक व्यवसाय के रूप में प्रस्तुत करना रहा। कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान, इंदौर के परियोजना प्रभारी डॉ. विनीत कुमार ने की। इस अवसर पर संस्थान के वैज्ञानिक डॉ. राकेश वर्मा, डॉ. हेमंत माहेश्वरी तथा वर्ल्ड वेजिटेबल सेंटर, हैदराबाद से आए वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. सुदर्शन पाटिल ने किसानों को संबोधित करते हुए सोयाबीन उत्पादन, फूड ग्रेड किस्मों की विशेषताएं तथा सब्जी उत्पादन की नवीनतम तकनीक और उन्होंने बताया कि कैसे सब्जी एवं फूड ग्रेड सोयाबीन को प्रसंस्कृत कर मूल्य संवर्धन किया जा सकता है और किसानों की आय में वृद्धि की जा सकती है। विश...

जेन ज़ेड और सत्ता परिवर्तन का नया समीकरण-जेन ज़ेड + सोशल मीडिया + टेक्नोलॉजी = सत्ता परिवर्तन

 जेन ज़ेड और सत्ता परिवर्तन का नया समीकरण-जेन ज़ेड + सोशल मीडिया + टेक्नोलॉजी = सत्ता परिवर्तन  यह पीढ़ी इंटरनेट, स्मार्टफोन और सोशल मीडिया के साथ पली-बढ़ी है,इसलिए इसकी सोच वैश्विक और तात्कालिक है। भविष्य की राजनीति में जीत उसी की होगी जो इस डिजिटल समीकरण को समझे और युवाओं की ऊर्जा को सम्मान देगा -एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी  गोंदिया महाराष्ट्र गोंदिया - वैश्विक स्तरपर 21 वीं सदी के तीसरे दशक में दुनियाँ की राजनीति, समाज और सत्ता समीकरणों में सबसे बड़ा परिवर्तन जिस शक्ति के कारण आया है, वह है-जेन ज़ेड। यह पीढ़ी, जो 1997 से 2012 के बीच जन्मी मानी जाती है,डिजिटल युग की संतान है। इसके हाथ में स्मार्टफोन है,इसकी भाषा सोशल मीडिया है और इसकी शक्ति टेक्नोलॉजी है।यह पीढ़ी पारंपरिक विचारधाराओं और बड़े नेताओं के भाषणों की जगह अब नए औज़ारों के जरिये सत्ता को चुनौती देती है। इतिहास गवाह है कि फ्रांसीसी क्रांति रोबेस्पियर जैसे वक्ताओं की वजह से हुई और क्यूबा की क्रांति फिदेल कास्त्रो जैसे नेताओं के भाषणों से उभरी,लेकिन आज क्रांति का समीकरण पूरी तरह बदल चुका है। मैं एडवोकेट किशन सनम...

झूठ की रफ्तार और सच की धीमी चाल-राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय राजनीति में एक गहन विश्लेषण

 झूठ की रफ्तार और सच की धीमी चाल-राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय राजनीति में एक गहन विश्लेषण “जब सच अपने जूते के फीते बाँध रहा होता है, तब तक झूठ पूरी दुनियाँ का चक्कर लगा चुका होता है।” आज की चुनौती यही है कि लोकतंत्र, मीडिया और तकनीक मिलकर सच की यात्रा को तेज़ और झूठ की गति को धीमा करें- एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानीं गोंदिया महाराष्ट्र  गोंदिया - वैश्विक स्तरपर मानव सभ्यता के इतिहास में झूठ और सच की जंग सबसे पुरानी है। झूठ हमेशा आकर्षक होता है, तेज़ी से फैलता है और आसानी से लोगों को अपनी ओर खींच लेता है,जबकि सच को अपनी जगह बनाने में समय लगता है। यही कारण है कि यह कहावत जन्मी कि “जब सच अपने जूते के फीते बाँध रहा होता है, तब तक झूठ पूरी दुनिया का चक्कर लगा चुका होता है।”यह कथन केवल साहित्यिक व्यंग्य नहीं बल्कि सामाजिक,राजनीतिक, आर्थिक और तकनीकी वास्तविकताओं का आईना है। राजनीति, समाज और अंतरराष्ट्रीय संबंधों की वास्तविकताओं को गहराई से दर्शाती है।झूठ की त्वरित गति और सच की धीमी स्वीकृति का प्रभाव आज वैश्विक राजनीति से लेकर सोशल मीडिया,पत्रकारिता  शिक्षा और अंतरराष्ट्रीय संबंधो...

कुश कल्याण बोर्ड म प्र की प्रथम प्रांतीय बैठक में धार जिला प्रतिनिधि रामभरोसे वर्मा ने जिले का प्रतिनिधित्व किया।

 कुश कल्याण बोर्ड म प्र की प्रथम प्रांतीय बैठक में धार जिला प्रतिनिधि रामभरोसे वर्मा ने जिले का प्रतिनिधित्व किया।                                                                                             विगत दिवस म प्र कुश कल्याण बोर्ड की प्रथम प्रांतीय बैठक का आयोजन मिलन गार्डन भोपाल में माननीय भारत सिंह जी कुशवाह सांसद महोदय ग्वालियर के मुख्य आतिथ्य में तथा माननीय नारायण सिंह कुशवाह केबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त कुश कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष महोदय की अध्यक्षता में, अर्जुनसिंह कुशवाह अखिल भारतीय कुशवाह महासभा राष्ट्रीय महामंत्री, महिला महासभा राष्ट्रीय अध्यक्षा श्रीमती राधा कुशवाह,नरेश कुशवाह युवा महासभा प्रांताध्यक्ष, महिला महासभा की प्रांतीय अध्यक्षा के विशेष आतिथ्य में किया गया। सर्वप्रथम कुशवाह समाज के आराध्य देव लवकुश भगवान की पूजा अर्चना मंचास...

एचआईवी/एड्स की बीमारी से डरना नहीं इससे लड़ना है ,-----

 एचआईवी/एड्स की बीमारी से डरना नहीं इससे लड़ना है ,------- खीची -----एचआईवी/एड्स सघन अभियान के अंतर्गत कलेक्टर महोदया श्रीमती अदिती गर्ग के मार्गदर्शन में एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा जी एस चौहान एवं एचआईवी/एड्स के नोडल अधिकारी डा निशांत शर्मा मंदसौर के सानिध्य में ग्राम कुचडौद एवं ग्राम बडवन ब्लॉक धुंधडका  , जिला मंदसौर में जन जागृति शिविर का आयोजन किया गया यह अभियान  दिनांक 12 अगस्त 2025 से 12 अक्टूबर 2025 तक सघन जागरूकता अभियान हर गांव हर ब्लॉक में चल रहा है ।  अभियान के अंतर्गत गांव-गांव में आम जनता को एड्स के प्रति जागरूक किया जा रहा है स्वास्थ्य विभाग के  जगदीश खींची ने आम जनता को समझाइए देते हुए  कहा कि जनप्रतिनिधि सामाजिक संगठन आम जनता को आगे आकर लोगों में एचआईवी / एड्स के प्रति जन  जागृति का दायित्व निभाना पड़ेगा,  तभी इस बीमारी पर अंकुश लगाया जा सकता है , खींची  ने कहा की एचआईवी एक वायरस है जबकि एड्स इस वायरस के कारण होने वाली बीमारियों के समूह का नाम है एचआईवी एड्स इनसे फैलने का मुख्य कारण है  ,1 असुरक्षित यौन स...

अवैध प्रवासन @ ग्लोबल एजेंडा

 अवैध प्रवासन @ ग्लोबल एजेंडा घुसपैठियों के विरुद्ध भारत अमेरिका से लेकर यूरोप तक एलान-ए-जंग अवैध प्रवासन:अमेरिका से यूरोप और भारत तक एक अंतरराष्ट्रीय संकट- एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र  गोंदिया-वैश्विक स्तरपर 21वीं सदी में अंतरराष्ट्रीय राजनीति, सामाजिक स्थिरता और जनसांख्यिकी (डेमोग्राफी) पर सबसे बड़ा असर डालने वाला मुद्दा अवैध प्रवासन बन चुका है। एक ओर जहां मानवाधिकार संगठनों का मानना है कि हर व्यक्ति को बेहतर जीवन जीने का अवसर मिलना चाहिए, वहीं दूसरी ओर विभिन्न देशों की सरकारें और नागरिक यह तर्क दे रहे हैं कि अनियंत्रित प्रवास उनके संसाधनों, रोजगार, संस्कृति और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बन गया है।मैं एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानीं गोंदिया महाराष्ट्र यहमानता हूं कि यही कारण है कि अमेरिका से लेकर यूरोप और भारत तक,हर जगह यह बहस तेज है कि अवैधप्रवासियों को रोका जाए, उन्हें निर्वासित किया जाए या फिर किसी सीमा तक उन्हें बसने की अनुमति दी जाए।यूरोप और अमेरिका दोनों में एक धारणा तेजी से फैल रही है- “ग्रेट रिप्लेसमेंट थ्योरी।”इस थ्योरी के मुताबिक, बड़ी संख्या...