बेटमा , अटावदा मे द रियल जिनियस एकेडमी इंग्लिश मीडियम स्कूल का वार्षिक उत्सव कार्यक्रम मे हुआ ऐतिहासिक आयोजन | स्कूली बच्चौ ने दी रंगा रंग प्रस्तुतीयॉ
बेटमा , अटावदा शिक्षा के साथ संस्कार होना अत्यधिक महत्वपूर्ण है, संस्कार रहित शिक्षा मृत प्राण के समान होती है उक्त विचार समीपस्थल ग्राम अटावदा में रविवार को द रियल जीनियस एकेडमी इंग्लिश मीडियम स्कूल के पांचवें वार्षिक उत्सव कार्यक्रम के दौरान भागवताचार्य रोहिताश्व जी पाठक ने व्यक्त किए।
कार्यक्रम के मुख्यवक्ता राष्ट्रीय कवि पंकज प्रजापत ने कहा कि बेटियों को रानी मुखर्जी नही झाँसी की रानी बनाएं। बेटियों को तपता सूर्य बनाएं जिससे उनकी और कोई कुदृष्टि से देख न पाए। बेटी बचाओ का नारा भारत का नही, यहां सनातन काल से नारी पूजा की परंपरा रही है।
उन्होंने कहा कि बच्चों को रेस का घोड़ा नही बनाना चाहिए उन्हें उन्मुक्त गगन में छोड़ दो। देश को जितनी जरूरत अच्छे अधिकारियों, डॉक्टर, इंजीनियर की है उससे कही अधिक जरूरत अच्छे *राष्ट्रभक्त* नागरिकों की भी है। कार्यक्रम में बच्चों ने एक से बढ़कर एक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां देकर उपस्थित अभिभावकों व अतिथियों का मन मोहा।
कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती, मां भारती के चित्र पर अतिथियों ने माल्यार्पण के साथ की। ओर अंतिम खिलावदिया के द्वारा स्वागत गीत के साथ की ।
विशेष अतिथि के रूप में बेटमा थाना संयोजक भूपेंद्र पंचोली, जनपद प्रतिनिधि परमानंद यादव, सरपंच राधेश्याम पंवार , उपसरपंच शैलेंद्र यादव, रिटा. स्पेशल असिस्टेंट आफिसर बैंक ऑफ इंडिया भेरूसिंह खिलावदिया , समाजसेवी मांगीलाल मण्डलोई , मोहनलाल मंडवाल थे। कार्यक्रम के दौरान अतिथियों ने 1992 में त्रिपुरा में शहीद हुए पीर पिपलिया के अमर शहीद मोहनलाल सुनेर की धर्मपत्नी राजू भाई का साल श्रीफल से सम्मान किया।
ओर कार्यक्रम के अंत मे आभार विद्यालय की विशेषता सहित शीला मण्डलोई ने माना ।
कार्यक्रम के मुख्यवक्ता राष्ट्रीय कवि पंकज प्रजापत ने कहा कि बेटियों को रानी मुखर्जी नही झाँसी की रानी बनाएं। बेटियों को तपता सूर्य बनाएं जिससे उनकी और कोई कुदृष्टि से देख न पाए। बेटी बचाओ का नारा भारत का नही, यहां सनातन काल से नारी पूजा की परंपरा रही है।
उन्होंने कहा कि बच्चों को रेस का घोड़ा नही बनाना चाहिए उन्हें उन्मुक्त गगन में छोड़ दो। देश को जितनी जरूरत अच्छे अधिकारियों, डॉक्टर, इंजीनियर की है उससे कही अधिक जरूरत अच्छे *राष्ट्रभक्त* नागरिकों की भी है। कार्यक्रम में बच्चों ने एक से बढ़कर एक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां देकर उपस्थित अभिभावकों व अतिथियों का मन मोहा।
कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती, मां भारती के चित्र पर अतिथियों ने माल्यार्पण के साथ की। ओर अंतिम खिलावदिया के द्वारा स्वागत गीत के साथ की ।
विशेष अतिथि के रूप में बेटमा थाना संयोजक भूपेंद्र पंचोली, जनपद प्रतिनिधि परमानंद यादव, सरपंच राधेश्याम पंवार , उपसरपंच शैलेंद्र यादव, रिटा. स्पेशल असिस्टेंट आफिसर बैंक ऑफ इंडिया भेरूसिंह खिलावदिया , समाजसेवी मांगीलाल मण्डलोई , मोहनलाल मंडवाल थे। कार्यक्रम के दौरान अतिथियों ने 1992 में त्रिपुरा में शहीद हुए पीर पिपलिया के अमर शहीद मोहनलाल सुनेर की धर्मपत्नी राजू भाई का साल श्रीफल से सम्मान किया।
इन्ही के साथ स्कूल डारेक्टर गौरव खिलावदिया, प्राचार्य सचिन मण्डलोई ओर सम्पूर्ण स्कूल स्टॉफ भी मौजूद थे, कार्यक्रम का संचालन दीपक पांचाल ओर चिंतामणि यादव ने किया ।
ओर कार्यक्रम के अंत मे आभार विद्यालय की विशेषता सहित शीला मण्डलोई ने माना ।
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