बेशकीमती सरकारी भूमि पर कॉलोनी विकसित करने के नाम पर करोडो की धोखाधडी करने वाले एस.टी.एफ. की हिरासत में
इन्दौर
बेशकीमती सरकारी भूमि पर कॉलोनी विकसित करने के नाम पर करोडो की धोखाधडी करने वाले एस.टी.एफ. की हिरासत में
डॉ. श्री अशोक अवस्थी अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एस.टी.एफ. मध्यप्रदेश भोपाल द्वारा राज्य सरकार की मंशानुसार भूमाफिया एवं संगठित अपराध करने वालो पर प्रभावी कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया था।
पद्ममविलोच शुक्ला पुलिस अधीक्षक एस.टी.एफ. इन्दौर द्वारा बताया गया कि फरियादी श्रवण आडवानी एवं अनिल रोपेता द्वारा शिकायत की गई कि शासकीय चरनोई की भूमि को स्वयं के स्वामित्व और अधिपत्य की भूमि बताकर उनके साथ ढेड करोड रूपयें की धोखाधडी की गई है। प्राप्त शिकायत की जांच के आधार पर थाना एसटीएफ भोपाल में अपराध पंजीबद्व कर विवेचना प्रारंभ की गई एवं आरोपी सुरेश कुकरेजा पिता स्व. गोविन्द कुकरेजा एवं उसके पुत्र जयेश कुकरेजा निवासी म.न. 372 ट्रेजर टाउन फलैट नं. 401-402 एलीट हेरिटेज इन्दौर को गिरफतार किया गया है।
श्री शुक्ल ने बताया कि ग्राम तेजपुर गडबडी स्थित जैन कॉलोनी के खसरा नम्बर 1488 की 4.07 एकड जमीन शासकीय भूमि होकर चरनोई की भूमि है जिस पर आरोपीगणों द्वारा कब्जाधारी देवनारायण पिता सिद्वनाथ एवं उनकी बहनों के साथ एक 35 एवं 65 प्रतिशत रेशों का अनुबंध पत्र तैयार किया जाकर कॉलोनी विकसित करने का अनुबंध किया गया और फरियादियों के साथ उक्त शासकीय भूमि पर कॉलोनी विकसित करने के सब्ज बाग दिखाये जाकर ढेड करोड रूपयें प्राप्त कर लिये।
श्री शुक्ल ने बताया कि ग्राम तेजपुर गडबडी इन्दौर की शासकीय भूमि खसरा नम्बर 1488 पर सिद्वनाथ राजपूत ने कब्जा कारित किया हुआ था इसी जमीन पर जमींदार धार्मिक एवं शेैक्षणिक न्यास बडा रावला द्वारा भी अपना कब्जा बताया जाकर न्यायालय में वाद दायर किया हुआ था। कब्जाधारी देवनारायण एवं उनकी बहनों द्वारा अन्य कई लोगो के साथ लाखों रूपयें लेकर उक्त बेशकीमती भूमि को अपने स्वामित्व एवं अधिपत्य की भूमि बताकर विक्रय करने का सौदा किया गया है।
आरोपी सुरेश कुकरेजा पूर्व में तेल एवं साबूदाने का व्यापार करता था जिसने ट्रेजर टाउन कॉलोनी बिजलपुर इन्दौर में भवन निर्माण का व्यवसाय शुरू कर दिया था। आरोपी सुरेश कुकरेजा द्वारा उक्त भूमि पर कॉलोनी विकसित किये जाने के नाम पर लोगो से अनुबंध तैयार पत्र तैयार किये गये और उसके पेठे करोडो रूपयें प्राप्त किये जाने की शिकायते प्राप्त हुई है।
आरोपियों की गिरफतारी में एस.टी.एफ. इकाई के उप निरीक्षक श्यामकिशोर त्रिपाठी सहायक उप निरीक्षक अमित दीक्षित प्रधान आरक्षक झनकलाल पटेल आरक्षक विराट यादव आशीष मिश्रा और देवेन्द्र सिंह की उल्लेखनीय भूमिका रही है।
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