साजिश के तहत छिनी रेखा बाई की जमीन.........
पीडित :- रेखाबाईइस कलयुगी दौर में रिश्ते के कोई मायने नहीं होते ऐसा ही एक मामला ग्राम नैनोंद से आया है |
4 बच्चों के माता पिता कैसे निर्दई हो सकते हैं | जिन्होंने अपने सबसे बड़ी पुत्री रेखा बाइ को परवरिश के लिए दादी के यहां छोड़ दिया |
जैसे तैसे रेखा की परवरिश दादा दादी ने की एवं उसका विवाह शिवनारायण से कर दिया | शिवनारायण की मां यानी रेखा की सास ने अपनी बहू को 5 बीघा जमीन नाम कर दी |
लेकिन रेखा के माता-पिता पर कर्जा होने की वजह से उन्होंने बालोदा के गोकुल ,अमित और मेहरबान सिंह के साथ छल कपट करके रेखा से पावर ऑफ अटॉर्नी बनवाली और 5 बीघा जमीन गोकुल गौर को बेच दी |
गोकुल गौर ने रेखा के माता पिता को ₹5 लाख रुपए दे दिए | मगर रेखा बाइ के 45 लाख रुपए देने से मुकर गया |
सन 2013 से न्याय के लिए भटकती रेखा बाइ पत्नी शिवनारायण मेहनत मजदूरी कर अपने बच्चों का पेट पालती है |उसके माता-पिता अनैतिक कार्यों में लिप्त हैं | जैसे चंदन की लकड़ी काटकर गुप्त स्थानों पर भेज देना |
रेखा के पिता कई बार जेल जा चुके हैं और असामाजिक तत्व गोकुल गौर ,अमित और मेहरबान सिंह पर भी पहले से कई मुकदमे चल रहे हैं | यह तीनों थाने में सांठगांठ करके छूट जाते हैं |
वर्तमान में भी 19 जुलाई 2021 को जिला अदालत परिसर में गोकुल गौर और मेहरबान सिंह ने बाबू सिंह पवार पुत्र तेजू बाइ को अदालत में जान से मारने की धमकी भी दी |
गरीबों की जमीन हथियाने का मास्टरमाइंड गोकुल गौर और मेहरबान सिंह को कानूनन जिला बदर करना चाहिए |
रेखा बाइ पत्नी शिवनारायण को इंसाफ के तौर पर 5 बीघा जमीन वापस दिलाई जाए या उसकी कीमत 45 लाख रुपए इन अपराधियों से दिलाए जाए |
रेखा बाई सपरिवार मुख्यमंत्री निवास पर भूख हड़ताल करने का मन बना चुकी है | और गोकुल गौर अमित और मेहरबान सिंह को सलाखों के पीछे पहुंचाने के लिए आवेदन भी कर रही है |
गरीब किसानों के साथ अन्याय ना हो ऐसा संबंधित थानों का भी दायित्व है की पूर्ण रूप से इन किसानों के समर्थन में आए और न्याय दिलाएं |
रिपोर्टर :- रणजीत मंडलोई
मो.न. 9827206310 / 7000493011
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