महू से संदीप मौर्या की रिपोर्ट
शासन प्रशासन की पोल खोल दी
सभी ने किया आश्चर्य
जनप्रतिनिधि मोन क्यों
( गौशाला पर गणेश जी प्रतिमा का विसर्जन)
महू, कोरोना कार्यकाल के 2 वर्ष बाद आज फिर उमंग और उत्साह से लोगों ने डोल ग्यारस पर्व पर गौशाला में पहुंच कर श्री गणेश जी की प्रतिमा का विसर्जन किया
देखने में आया है कि कोई भी त्यौहार हो उसके पहले जनप्रतिनिधि शासन-प्रशासन जमाने भर के निरीक्षण करते है, व्यवस्थाएं करते है और व्यवस्थाओं के नाम पर खर्च करते है क्या यह सब कार्य आंख बंद कर किए जाते हैं आसपास की स्थितियां क्या है यह नहीं दिखती है आज गणेश जी प्रतिमा के विसर्जन के समय गौशाला में जहां से डोल और भक्त विसर्जन के लिए जाते हैं वहां नदी से लगे हुए 200 से 300 मीटर की सड़क पर गड्ढे और कीचड़ देखकर लोगों को बड़ा आश्चर्य हुआ शासन प्रशासन की पोल खुल गई कि त्योहारों के प्रति कितना जागरूक है ।
वही अनेकों समस्याओं पर ज्ञापन देने वाला जनप्रतिनिधि भी क्यों मौन रहा यह एक आम जनता के मन में विचार आया कुछ ज्यादा नहीं तो शासन प्रशासन उस कीचड़ गंदगी पर, उन गड्ढों पर मुर्रम तो डाल सकता था किंतु ऐसा नहीं किया मात्र 2 डंपर मुर्रम में सड़क पर गड्ढे सही हो सकते थे अगर शासन प्रशासन के पास बजट नहीं था तो कोई श्रद्धालु से कहता तो इस कार्य को वह भी कर देता आज गणेश विसर्जन में डोलो की स्थिति वहां से निकलने पर जो बन रही थी बहुत ही दयनीय थी साथ ही आने जाने वालों को भी काफी परेशानी एवं कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, अनेक श्रद्धालु सावधानी रखने के बाद भी कीचड़ से गिरते फिसलते हुए दिखे ।
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