कलसाड़ा खुर्द में रंगारंग। अभिनयात्मक प्रस्तुति के साथ रूक्मिणी विवाह सम्पन्न।
सादलपुर, समीपस्थ ग्राम कलसाड़ा खुर्द में परम पूज्य भागवताचार्य पं रमेशचन्द्र शर्मा पीरझलार के पावन सानिध्य में संगीत मय श्रीमद भागवत कथा के छठे दिवस कथा प्रसंगानुसार नन्द उत्सव एवं द्वारकाधीश रूक्मिणी विवाह में आदर्श रामायण एवं सांस्कृतिक मण्डल सादलपुर के लोककलाकार रामभरोसे वर्मा ने लोकगीत के माध्यम से योग, नशामुक्ति पर्यावरण का संदेश दिया ।
वहीं विवाह की अभिनयात्मक प्रस्तुति में द्वारकाधीश की कु रानू, रूक्मिणी की विद्या,बलराम की गजी, सखियों की करीना,राखी,अंजू, तमन्ना, योगिता,रितु, चंचल,शिया जया ने भूमिका निभाते हुए समां बांध दिया।पं शर्मा ने अध्यात्म योग दर्शन का वर्णन करते हुए कहा कि यदि हम परमात्मा को प्राप्त करना चाहते हैं तो हमें काम,क्रोध,लोभ मोह को त्याग कर ही प्राप्त कर सकते हैं माता यशोदा के हाथ में जब तक काम क्रोध लोभ मोह रूपी छड़ी हाथ में थी तबतक बाल कृष्ण हाथ नहीं आये जब माता ने हाथ की छड़ी छोड़ी तो मेरे श्यामसुंदर पकड़ में आजाते है।
यज्ञाचार्य पं दिनेश व्यास ने यजमान मुकेश, संतोष, राजेश, गोविंद चौधरी के साथ महाआरती उतारी बड़ी संख्या में मातृशक्ति के साथ श्रृद्धालुओं की गरिमा मय उपस्थिति रही संगीत कार सुरेश चंद्र पंवार, महेंद्र सोनगरा, राधे गंधर्व अनिल जागा ने कर्णप्रिय संगीत से सबका मन मोह लिया। महाप्रसाद वितरण किया गया। आभार दिनेश चौधरी ने माना ।
Comments
Post a Comment