सादलपुर में तीन दिवसीय निःशुल्क योग ध्यान शिविर का शुभारंभ पचास से अधिक श्रद्धालुओं ने किया ध्यान योग
सादलपुर में तीन दिवसीय निःशुल्क योग ध्यान शिविर का शुभारंभ पचास से अधिक श्रद्धालुओं ने किया ध्यान योग
सादलपुर नगर के संकटमोचन हनुमान मंदिर पर पतंजलि योग समिति जिला धार एवं अन्तर्राष्ट्रीय संस्था श्री रामचन्द्र मिशन हार्टफूलनेस कान्हा शांति वनम हैदराबाद के संयुक्त तत्वावधान में तीन दिवसीय निःशुल्क योग ध्यान शिविर का शुभारंभ मुख्य अतिथि अपर कलेक्टर महोदय श्रीमान अश्विन कुमार रावत जी के करकमलों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर एवं सरस्वती जी, संकटमोचन हनुमान जी की पूजा अर्चना कर किया गया।
पतंजलि योग समिति जिला प्रभारी रामभरोसे वर्मा ने मुख्य अतिथि श्री रावत जी एवं विशेष अतिथि जनसंपर्क अधिकारी श्री विट्ठल माहेश्वरी का माल्यार्पण कर स्वागत किया । योग ध्यान जिला प्रशिक्षक प्रोफेसर आनंद रणदिवे हाकमसिंह ठाकुर जिला प्रशिक्षक द्वारा,अभिनंदन किया गया। रामभरोसे वर्मा ने योग के अविष्कारक महर्षि पतंजलि एवं योग को जन जन तक पहुंचानें वाले युग पुरुष योग ऋषि स्वामी रामदेव जी के बारे बताया कि हमारे वेद पुराण से महर्षि पतंजलि ने अष्टांग योग यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान और समाधि का प्रतिपादन किया तथा योग ऋषि स्वामी रामदेव जी ने योग से रोगों का उपचार की खोज कर करोड़ों लोगों को स्वास्थ्य लाभ पहुंचाया। ध्यान प्रशिक्षक प्रोफेसर आनंद रणदिवे ने आत्मा से परमात्मा के मिलन की दिव्यता का एहसास कराने के लिए ध्यान की महत्ता पर विस्तार से बताया। ध्यान की विधि अनुसार ध्यान कराया।
मुख्य अतिथि ने ध्यान के माध्यम से अपने आप को सहज स्वभाव वाले बनाना चाहिये क्योंकि परमात्मा ने कहा है कि निर्मल मन जन सो मोहि पावा,मोहि कपट छल छिद्र न भावा ।जब हम काम, क्रोध,लोभ मोह जैसे विकारों को त्यागें तभी आत्मसाक्षात्कार की ओर बढ़ सकतें हैं ओर ध्यान हमे सहायता करता है इसलिए हमें ध्यान लगाना चाहिए। संचालन करते हुए रामगोपाल शर्मा ने योग ध्यान के बारे में जानकारी दी। ध्यान के पश्चात युनुस खान ने बताया कि हमें दिव्य शक्ति का आभास हुआ,हम योग के माध्यम से असाध्य रोगों को जीत सकते हैं। लाखनसिंह तंवर बिजूर ने बताया कि मैंने योग के बल हेपेटाइटिस बी को जीत लिया। श्रीमती माधुरी बैरागी कु अश्लैशा बैरागी ने बताया कि ध्यान में शांति एवं आनंद की अनुभूति हुई। शिविर में माचकदा,बिजूर हरसोरा,आस पास के ग्रामों सहित बड़ी संख्या में श्रृद्धालुओं एवं मातृ शक्ति की उपस्थिति रही। आसाराम चौहान, सुभाष जाट, हरिसिंह पटेल, भोमसिंह पटवारी,दामोदर चतुर्वेदी,बलवंत सिंह यादव ,विष्णु सोलंकी संजय जाट का विशेष योगदान रहा। आभार रामभरोसे वर्मा ने माना।।
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