*अजब प्रेम की गज़ब कहानी...*
*विधवा हिंदू महिला के साथ महाकाल मंदिर में घूमते पकड़ाया नफीस*
*पूर्व सरपंच खेल रहा हिन्दू महिला के साथ डबल फेम*
उज्जैन महाकाल मंदिर में अव्यवस्थाओं को लेकर फिर से एक नया मामला देखने में आया है। आज दिनांक 21 सितंबर रविवार को शाम के समय एक मुस्लिम हिंदू महिला को लेकर महाकाल मंदिर में दर्शन करने गया परंतु वहां उपस्थित किसी गार्ड ने उसे नहीं रोका जबकि पूर्व में भी इस प्रकार की घटनाएं घट चुकी है।
जब वहां उपस्थित हिंदू समाज में शंका होने पर पुलिस को बुलाकर दोनों को महाकाल थाने पहुंचाया। उक्त व्यक्ति के साथ में जो महिला दर्शन करने आई थी वह जिला धार के निवासी है तथा विधवा है जिसका एक 15 वर्षीय बेटा भी है। पूछताछ करने पर पता पड़ा की उक्त महिला की धार में 16 बीघा जमीन है जिसकी कीमत करोड़ों में है वह जमीन यह व्यक्ति खरीद रहा है। नफीस की जांच करने पर उसकी जेब से इस महिला के नाम से एक अन्य आधार कार्ड भी मिला जिसमें महिला का पता बड़नगर के गांव का था। पूछताछ करने पर उसने बताया कि यह महिला भी इसी नाम की है और बड़नगर में रहती है इसके नाम से मैं हातोद में 40 लाख रूपए बिघा से 8 बीघा जमीन खरीदी है। सामाजिक संपर्क के माध्यम से जब बड़नगर निवासी महिला की जानकारी निकाली गई तो वह महिला चाय की गुमटी लगाती है। और वह महिला भी विधवा है। एक चाय की दुकान चलाने वाली महिला इतनी बड़ी जमीन कैसे खरीद सकती है। यह भी शंकासपद है और जो महिला इसके साथ आई थी वह महिला भी विधवा है जिसके पति की मृत्यु 5 वर्ष पूर्व एक बाइक एक्सीडेंट में हुई थी। जब इस महिला से उसके पति की मृत्यु की तारीख पूछी गई तो उसे वह तारीख भी याद नहीं थी। स्थानीय संपर्क से पता किया तो वह महिला कांटेक्ट मैरिज ( नातरा) पर अपने पूर्व पति के साथ रह रही थी। नातरा के कुछ दिन बाद ही इसके पति की मृत्यु हो गई और पति की 16 बीघा जमीन पर पति के परिवार से न्यायिक प्रकरण चल रहा है।
उक्त पूरा घटनाक्रम बहुत सारी शंकाएं पैदा करने वाला है। महिला संबंधी अपराधों की प्रदेश में बढ़ती हुई गति को देखते हुए लव जिहाद का नया रूप आर्थिक जिहाद समझ में आ रहा है। जब हमने नफीस के बारे मैं पता किया तो नफीस पर 306 के तहत एक प्रकरण पहले से ही पंजीबद्ध है जिसमें एक महिला ने नफीस के नाम पर आत्महत्या की थी। नफीस अभी पुलिस की गिरफ्त में है।
उपरोक्त शंकाओं को देखते हुए समस्त हिंदू युवा शक्ति की पुलिस विभाग से मांग है कि इसके उक्त नफीस के बारे में सूक्ष्मदर्शी रूप से विवेचना कर उचित दंडात्मक कार्रवाई की जाए।
*पूर्व सरपंच हसनाबाद जिला देपालपुर स्कॉर्पियो MP 09 ZU 9111 से उज्जैन आया था*



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