सादलपुर में घाटाबिल्लौद खंड का युवा संगम संपन्न
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष के निमित्त युवाओं में जागरण को लेकर युवा संगम संपन्न हुआ संगम में खण्ड के अनेक ग्रामों से सैकड़ो युवाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया कार्यक्रम घाटाबिल्लौद खंड के सादलपुर एकेडमी विद्यालय में हुआ मंच पर घाटाबिल्लोद खण्ड के माननीय संघ चालक राजेश पाटीदार एवं वक्ता के रूप में श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर श्री नरससिंह दास जी महाराज श्री राम मंदिर मांडव उपस्थित थे।
नरसिंह दास जी महाराज ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि हमने भारत वर्ष में जन्म लिया है ।लॉर्ड मैकाले की शिक्षा पद्धति पर निशाना साधते हुए कहा कि लॉर्ड मैकाले ने महाकुंभ में जाकर अध्ययन कर हिंदू संस्कृति को खंडित करने का षड्यंत्र रचा आपने कहा कि जो अपनी जननी का नहीं हो सकता वह जन्म भूमि का भी नहीं हो सकता। आज भौतिक समृद्धि को तो बहुत देखते हैं लेकिन आधुनिक समृद्धि कम देखने को मिलती है ।हम अपने संस्कारों से दूर होते जा रहे हैं शिक्षा जब संस्कारी होगी तब हम सम्मानित होंगे । समाज भौतिक दरिद्रता को आज दरिद्रता मान बैठा है अपितु भौतिक दरिद्रता संस्कारों की दरिद्रता ,संस्कृति की दरिद्रता संस्कारों की दरिद्रता होती है ।
हमें संस्कारवान बनना होगा इसकी शुरुआत अपने घर से करनी होगी संस्कारवान संस्कृति से परिपूर्ण समृद्धि ही राष्ट्र की समृद्धि से संभव है हमारा जो धर्म है पूर्णतया वैज्ञानिक है उसके कई प्रमाण आज के आधुनिक विज्ञान में उपलब्ध है ।तिलक लगाना हमारी संस्कृति का हिस्सा है जिसे आज का युवा छोड़ चुका है लेकिन मेडिकल साइंस आज यह साबित कर चुका है कि इससे भी बीमारी कंट्रोल होती है।




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