इंदौर.
मध्य प्रदेश के बहुचर्चित हनीट्रैप मामले में इंदौर एसएसपी रुचि वर्धन मिश्र ने बताया इंदौर के एक फरियादी जो कि नगर निगम में पदस्थ है उनकी शिकायत पर ज्ञात हुआ कि एक महिला है जो अपने अन्य साथियों के साथ में उन्हें वीडियो के माध्यम से ब्लैकमेल कर रही है और 3 करोड रुपए की मांग की. इस पूरे मामले में थाना पलासिया में एक प्रकरण दर्ज किया गया 419 384 405 बटा 19 506 120 बी व अन्य धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया गया और प्रकरण को इन्वेस्टिगेशन में लिया गया यह लोग क्रेटा वन में भोपाल से इंदौर आए थे इनके साथ में एक मोनिका नाम की महिला और ड्राइवर जो गाड़ी चला रहा था. इन तीनों को क्रेटा कार के साथ में प्रारंभिक रूप से पुष्टि होने के पश्चात पकड़ा गया गिरफ्तार किया गया.
इससे इस पूरे घटनाक्रम मैं जानकारियां संकलित की गई इनके ग्रुप में भोपाल की कुछ अन्य महिलाएं भी शामिल थी जिसमें भोपाल पुलिस की सहायता से अन्य महिलाओं को हिरासत में लिया गया जिनके नाम श्वेता जैन पति विजय जैन श्वेता जैन पति स्वप्निल जैन सोनी पति अनूप सोनी इन तीनों को पूछताछ की परिधि में लाया गया इस प्रकरण में अब तक 6 लोगों की गिरफ्तारी की गई है इनके नेटवर्क मोबाइल फोन व इससे जुड़े हुए जो गैजेट से वह जप्त किए गए हैं एसएसपी ने बताया कि फरियादी हरभजन सिंह नगर निगम में कार्यरत है को इंदौर के एक होटल में बुलाया और यहां पर उस वीडियो के माध्यम से ब्लैकमेल करने का प्रयास किया जा रहा था इनकी पहचान कुछ महीनों से थी बाकी प्रॉपर इन्वेस्टिगेशन किया जा रहा है. बता दें कि प्रदेश भर में इस गैंग ने पहले कई अन्य लोगो को ब्लैक मेल किया है पहले हुस्न के जाल में फँसाती थी जिसके बाद विडियो बना लेती थी पूरे मामले में कई बड़े पत्रकारों के साथ मिलकर मोटी रक़म वसूलने का काम किया जाता था सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भोपाल के एक बड़े संस्थान के पत्रकार कि भूमिका सामने आई है लेकिन मामले में कई बड़े लोगो के नाम के ख़ुलासे होने के चलते मामले को दबाने का प्रयास जारी है अगर सही ढंग से पूरे मामले में ख़ुलासा हो जाता है तो प्रदेश में चल रहे ऐसे नैक्सेस का ख़ुलासा होगा जो सफ़ेद पोस के साथ साथ कमल के सिपाहियों और हुस्न कॉकटेल किस तरह से काम कर रहा है हालाँकि पूरे मामले कि जाँच एटीएस कर रहा है जिसके बारे में एमपी में कहा जाता है कि इसके अधिकारी ख़ासकर संजीव शमी सच को सच करने के लिए जाने जाते है अब देखना यह है कि इस मामले में प्रदेश में चलने वाले नैक्सस में कितना ख़ुलासा एटीएस एमपी कर सकती है।
इंदौर से राजेन्द्र सूर्यवंशी की रिपोर्ट
मध्य प्रदेश के बहुचर्चित हनीट्रैप मामले में इंदौर एसएसपी रुचि वर्धन मिश्र ने बताया इंदौर के एक फरियादी जो कि नगर निगम में पदस्थ है उनकी शिकायत पर ज्ञात हुआ कि एक महिला है जो अपने अन्य साथियों के साथ में उन्हें वीडियो के माध्यम से ब्लैकमेल कर रही है और 3 करोड रुपए की मांग की. इस पूरे मामले में थाना पलासिया में एक प्रकरण दर्ज किया गया 419 384 405 बटा 19 506 120 बी व अन्य धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया गया और प्रकरण को इन्वेस्टिगेशन में लिया गया यह लोग क्रेटा वन में भोपाल से इंदौर आए थे इनके साथ में एक मोनिका नाम की महिला और ड्राइवर जो गाड़ी चला रहा था. इन तीनों को क्रेटा कार के साथ में प्रारंभिक रूप से पुष्टि होने के पश्चात पकड़ा गया गिरफ्तार किया गया.
इससे इस पूरे घटनाक्रम मैं जानकारियां संकलित की गई इनके ग्रुप में भोपाल की कुछ अन्य महिलाएं भी शामिल थी जिसमें भोपाल पुलिस की सहायता से अन्य महिलाओं को हिरासत में लिया गया जिनके नाम श्वेता जैन पति विजय जैन श्वेता जैन पति स्वप्निल जैन सोनी पति अनूप सोनी इन तीनों को पूछताछ की परिधि में लाया गया इस प्रकरण में अब तक 6 लोगों की गिरफ्तारी की गई है इनके नेटवर्क मोबाइल फोन व इससे जुड़े हुए जो गैजेट से वह जप्त किए गए हैं एसएसपी ने बताया कि फरियादी हरभजन सिंह नगर निगम में कार्यरत है को इंदौर के एक होटल में बुलाया और यहां पर उस वीडियो के माध्यम से ब्लैकमेल करने का प्रयास किया जा रहा था इनकी पहचान कुछ महीनों से थी बाकी प्रॉपर इन्वेस्टिगेशन किया जा रहा है. बता दें कि प्रदेश भर में इस गैंग ने पहले कई अन्य लोगो को ब्लैक मेल किया है पहले हुस्न के जाल में फँसाती थी जिसके बाद विडियो बना लेती थी पूरे मामले में कई बड़े पत्रकारों के साथ मिलकर मोटी रक़म वसूलने का काम किया जाता था सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भोपाल के एक बड़े संस्थान के पत्रकार कि भूमिका सामने आई है लेकिन मामले में कई बड़े लोगो के नाम के ख़ुलासे होने के चलते मामले को दबाने का प्रयास जारी है अगर सही ढंग से पूरे मामले में ख़ुलासा हो जाता है तो प्रदेश में चल रहे ऐसे नैक्सेस का ख़ुलासा होगा जो सफ़ेद पोस के साथ साथ कमल के सिपाहियों और हुस्न कॉकटेल किस तरह से काम कर रहा है हालाँकि पूरे मामले कि जाँच एटीएस कर रहा है जिसके बारे में एमपी में कहा जाता है कि इसके अधिकारी ख़ासकर संजीव शमी सच को सच करने के लिए जाने जाते है अब देखना यह है कि इस मामले में प्रदेश में चलने वाले नैक्सस में कितना ख़ुलासा एटीएस एमपी कर सकती है।
इंदौर से राजेन्द्र सूर्यवंशी की रिपोर्ट
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