स्वास्थ्य विभाग के मॉडल हॉस्पिटल पीसी सेठी में डॉक्टर की लापरवाही से प्रसूता की मौत
इंदौर प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं के तमाम दावों के बावजूद अस्पतालों में प्रसूता ओं की मौत का सिलसिला नहीं थम रहा है आज फिर प्रदेश के मेडिकल हम कहे जाने वाले इंदौर के मॉडल हॉस्पिटल पीसी सेठी में सिमरन पति रोहित 25 वर्ष निवासी भागीरथपुरा की डिलीवरी के बाद ऑपरेशन बिगड़ने पर मौत हो गई हालांकि अब इस मामले से बचने के लिए डॉक्टर तरह-तरह की दलीलें दे रहे हैं दरअसल भागीरथपुरा निवासी सिमरन पति रोहित उम्र 25 वर्ष डिलीवरी के लिए इंदौर के पीसी सेठी अस्पताल में 22 अक्टूबर को भर्ती हुई थी यहां स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर मुक्ता जैन द्वारा ऑपरेशन कर प्रसूता की सीजर डिलीवरी कराई थी डिलीवरी कराने के बाद लगातार रक्त स्त्राव होने के कारण सिमरन की हालत अचानक बिगड़ने लगी और उसे लगातार ब्लीडिंग होती रही लिहाजा मरीज का ब्लड प्रेशर कम होता चला गया इसके बाद डॉक्टर मुक्ता जैन और अस्पताल का स्टाफ सिमरन की बिल्डिंग को नहीं रोक पाया तो अचानक प्रसूता को एमवाय अस्पताल रेफर कर दिया इतना ही नहीं जिस एंबुलेंस से रेफर किया गया उसमें ऑक्सीजन सिलेंडर में ऑक्सीजन ही नहीं थी इसके अलावा एम वाय अस्पताल के स्त्री रोग विभाग में पीड़िता के परिजनों को अस्पताल में एक दो नहीं बल्कि ए नेगेटिव श्रेणी का 17 यूनिट ब्लड लाने को कहा गया प्रसूता के परिजनों द्वारा इंदौर के तमाम अस्पतालों और ब्लड डोनर ओ से गुहार लगाकर ब्लड तो अरेंज कर लिया गया लेकिन सिमरन को बचाने के तमाम प्रयासों के बावजूद 24 अक्टूबर को सुबह 5:00 बजे सिमरन की एमवाय अस्पताल में मौत हो गई सिमरन की मौत की खबर सुनते ही उग्र हुए परिजन पीसी सेठी अस्पताल पहुंचे यहां आक्रोशित लोगों ने डॉक्टर मुक्ता जैन के खिलाफ कार्यवाही की मांग की इस दौरान आनन-फानन सीएमएचओ डॉ प्रवीण जड़िया ने मुक्ता जैन को छुट्टी पर भेज दिया इसकी वजह बताई गई कि डॉक्टर के मौजूद रहते जांच प्रभावित हो सकती है हालांकि प्रसूता का शव जब एमवाय अस्पताल के मोर्चरी में पहुंचा तो पीसी सेठी से इलाज से संबंधित दस्तावेज ही एमवाई अस्पताल नहीं पहुंचे लिहाजा यहां भी बड़ी संख्या में परिजन सुबह से ही पोस्टमार्टम होने का इंतजार करते रहे इस दौरान परिजनों ने आशंका जताई की पीसी सेठी के डॉक्टर प्रसूता के मेडिकल दस्तावेजों में गड़बड़ी कर रहे हैं इसलिए दस्तावेज पोस्टमार्टम के पहले एम वाय अस्पताल नहीं भेजे इधर इस मामले में सीएमएचओ डॉ प्रवीण जडिया ने बताया डी आई सी के कारण खून पतला होने के कारण रक्तस्राव हुआ है इस मामले की जांच करा रहे हैं जांच के बाद जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी इस मामले की जांच प्रभावित करने की आशंका के चलते डॉक्टर मुक्ता जैन को अवकाश पर भेजा गया है
इंदौर प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं के तमाम दावों के बावजूद अस्पतालों में प्रसूता ओं की मौत का सिलसिला नहीं थम रहा है आज फिर प्रदेश के मेडिकल हम कहे जाने वाले इंदौर के मॉडल हॉस्पिटल पीसी सेठी में सिमरन पति रोहित 25 वर्ष निवासी भागीरथपुरा की डिलीवरी के बाद ऑपरेशन बिगड़ने पर मौत हो गई हालांकि अब इस मामले से बचने के लिए डॉक्टर तरह-तरह की दलीलें दे रहे हैं दरअसल भागीरथपुरा निवासी सिमरन पति रोहित उम्र 25 वर्ष डिलीवरी के लिए इंदौर के पीसी सेठी अस्पताल में 22 अक्टूबर को भर्ती हुई थी यहां स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर मुक्ता जैन द्वारा ऑपरेशन कर प्रसूता की सीजर डिलीवरी कराई थी डिलीवरी कराने के बाद लगातार रक्त स्त्राव होने के कारण सिमरन की हालत अचानक बिगड़ने लगी और उसे लगातार ब्लीडिंग होती रही लिहाजा मरीज का ब्लड प्रेशर कम होता चला गया इसके बाद डॉक्टर मुक्ता जैन और अस्पताल का स्टाफ सिमरन की बिल्डिंग को नहीं रोक पाया तो अचानक प्रसूता को एमवाय अस्पताल रेफर कर दिया इतना ही नहीं जिस एंबुलेंस से रेफर किया गया उसमें ऑक्सीजन सिलेंडर में ऑक्सीजन ही नहीं थी इसके अलावा एम वाय अस्पताल के स्त्री रोग विभाग में पीड़िता के परिजनों को अस्पताल में एक दो नहीं बल्कि ए नेगेटिव श्रेणी का 17 यूनिट ब्लड लाने को कहा गया प्रसूता के परिजनों द्वारा इंदौर के तमाम अस्पतालों और ब्लड डोनर ओ से गुहार लगाकर ब्लड तो अरेंज कर लिया गया लेकिन सिमरन को बचाने के तमाम प्रयासों के बावजूद 24 अक्टूबर को सुबह 5:00 बजे सिमरन की एमवाय अस्पताल में मौत हो गई सिमरन की मौत की खबर सुनते ही उग्र हुए परिजन पीसी सेठी अस्पताल पहुंचे यहां आक्रोशित लोगों ने डॉक्टर मुक्ता जैन के खिलाफ कार्यवाही की मांग की इस दौरान आनन-फानन सीएमएचओ डॉ प्रवीण जड़िया ने मुक्ता जैन को छुट्टी पर भेज दिया इसकी वजह बताई गई कि डॉक्टर के मौजूद रहते जांच प्रभावित हो सकती है हालांकि प्रसूता का शव जब एमवाय अस्पताल के मोर्चरी में पहुंचा तो पीसी सेठी से इलाज से संबंधित दस्तावेज ही एमवाई अस्पताल नहीं पहुंचे लिहाजा यहां भी बड़ी संख्या में परिजन सुबह से ही पोस्टमार्टम होने का इंतजार करते रहे इस दौरान परिजनों ने आशंका जताई की पीसी सेठी के डॉक्टर प्रसूता के मेडिकल दस्तावेजों में गड़बड़ी कर रहे हैं इसलिए दस्तावेज पोस्टमार्टम के पहले एम वाय अस्पताल नहीं भेजे इधर इस मामले में सीएमएचओ डॉ प्रवीण जडिया ने बताया डी आई सी के कारण खून पतला होने के कारण रक्तस्राव हुआ है इस मामले की जांच करा रहे हैं जांच के बाद जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी इस मामले की जांच प्रभावित करने की आशंका के चलते डॉक्टर मुक्ता जैन को अवकाश पर भेजा गया है
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