आज मनाया जाएगा बेटमा में ऐतिहासिक दशहरा, अमन चमन की पहाड़ी पर होगा बड़ा आयोजन
बेटमा के ऐतिहासिक,पारंपरिक, विश्वप्रसिद्ध और अनोखे दशहरे पर इस बार भी बेटमा की अमन-चमन पहाड़ी पर पुलिस और प्रशासन की मौजूदगी में दनादन बंदूकें चलेंगी। घोड़ों की टाप से अमन-चमन पहाड़ी गूंजेगी।
हम आपको बता दें कि विजयादशमी पर बेटमा में बंदूक से मटकियों को निशाना लगाकर फोड़ने की परंपरा है,इस परंपरा के आगे प्रशासन नतमस्तक है। इसलिए सार्वजनिक स्थान पर हजारों लोगों की भीड़ के बावजूद दशहरे मेले में बंदूकें चलेंगी।
घुड़दौड़ होगी। घोड़ों की टाप से अमन-चमन पहाड़ी गूंजेगी।
घुड़दौड़ और बंदूक से मटकी पर निशानेबाजी की प्रतियोगिता के चलते रोमांच अपने चरम पर होगा। घोड़ों के द्वारा फायर जम्प और आकर्षक आतिशबाजी के बाद विशाल रावण का अग्निबाण से दहन होगा। इस भव्य आयोजन में 60 हजार से भी अधिक दर्शक दूरदराज से आते हैं। इसीलिए बेटमा का यह दशहरा ऐतिहासिक, पारंपरिक ,विश्वप्रसिद्ध और अनोखा है।
गत वर्षों में घुड़दौड़ और बंदूक से निशाने बाजी के चलते कई दुर्घटनाएं हो चुकी है। दुर्घटना में बन्दूक की गोली लगने से एक व्यक्ति की मौत भी हो चुकी है। फिर भी प्रशासन आयोजन के आगे नतमस्तक है।
फिलहाल विजयादशमी की शाम 4 बजे भव्य चल समारोह निकलेगा। लोग सजधज कर रथ-घोड़ों पर सवार होकर, ढ़ोल-ताशे और बैण्डबाजों के साथ नाचते-झूमते, अमन-चमन पहाड़ी पर जाएँगे। यहाँ सबसे पहले घुडदौड प्रतियोगिता होगी। घुड़दौड़ प्रतियोगिता तीन बार होगी। इसके बाद घोड़ों के द्वारा फायर जम्प का प्रदर्शन होगा। फिर बंदूक से मटकी पर निशानेबाजी की प्रतियोगिता होगी।लाइसेंसधारी बंदूक वाले निशानेबाज ही इस प्रतियोगिता में शामिल होंगे। वे बंदूक से निशाना लगाकर मटकी फोड़ेंगे ! इसके बाद आकर्षक आतिशबाजी होगी। और विशाल रावण का अग्निबाण से दहन किया जाएगा। फिर पुरस्कार वितरण होगा। दशहरा आयोजन को लेकर बेटमा पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारियों ने सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर सारी तैयारियाँ कर ली है। पुलिस प्रशासन मुस्तैद है।
बेटमा से रणजीत मंडलोई की स्पेशल रिपोर्ट
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