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Showing posts from October, 2024

انڈیا ایودھیا دیپوتسو 2024 - حیرت انگیز - انڈیا نے ایک ساتھ دو گنیز ورلڈ ریکارڈ بنائے

 انڈیا ایودھیا دیپوتسو 2024 - حیرت انگیز - انڈیا نے ایک ساتھ دو گنیز ورلڈ ریکارڈ بنائے  ایودھیا میں ساتویں بار ہندوستان نے اپنا ہی عالمی ریکارڈ توڑ کر مہا آرتی سمیت دو عالمی ریکارڈ بنا کر شاندار کارنامہ انجام دیا ہے۔   500 سال کے بعد، ملک کو اس وقت فخر ہوا جب بھگوان شری رام کی موجودگی میں پہلی دیپوتسو اور مہا آرتی کا گنیز ورلڈ ریکارڈ میں نام درج ہوا - ایڈوکیٹ کشن سنمکھ داس بھونانی گونڈیا مہاراشٹر   گونڈیا۔اگر عالمی سطح پر ہندوستان کو پوری دنیا کا روحانی گرو کہا جائے تو مجھے یقین ہے کہ اس میں مبالغہ آرائی نہیں ہوگی، کیونکہ روحانیت قدیم زمانے سے ہندوستان کی مٹی میں بہت گہرائی سے پیوست ہے، یہی وجہ ہے کہ اگر کوئی نسل انسانوں میں اگر کوئی اس زمین پر پیدا ہوتا ہے تو یہ خوبی خود بخود اس کے اندر نسل در نسل جذب ہو جاتی ہے اور انتہائی روحانیت اور ایمان کی یہ خوبی اس کی شہرت میں اضافہ کرتی ہے۔  ہم یہ بات آج مقدس دیوالی کے تہوار کے تیسرے دن یعنی 31 اکتوبر 2024 کو لکشمی پوجا کے موقع پر کہہ رہے ہیں کیونکہ کل 30 اکتوبر 2024 کو پوری دنیا نے دیکھا کہ کس طرح ہندوستان کے شہر ایودھیا نے نہ صرف چراغ جلانے

भारत अयोध्या दीपोत्सव 2024 -गज़ब का क़माल-भारत ने एक साथ दो गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स बनाए

 भारत अयोध्या दीपोत्सव 2024 -गज़ब का क़माल-भारत ने एक साथ दो गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स बनाए सातवीं बार अयोध्या भारत ने अपना ही वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़कर व महा आरती सहित दो वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाना अद्भुत उपलब्धि  500 वर्षों के बाद प्रभु श्रीराम की हुजूरी में प्रथम दीपोत्सव व महा आरती का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज़ से देश गौरवविंत हुआ-एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र  गोंदिया - वैश्विक स्तरपर भारत को अगर पूरी दुनियाँ का आध्यात्मिक गुरु कहा जाए तो मेरा मानना हैअतिशयोक्ति नहीं होगी, क्योंकि यहां आदि-अनादि काल से ही आध्यात्मिकता भारत की मिट्टी में कूट-कूट कर भरी है इसलिए ही मनुष्य की किसी भी पीढ़ी ने अगर भारत की धरती पर जन्म लिया है, तो यह गुण उसकी पीढ़ी दर पीढ़ी में अपने आप समाहित होता चला जाता है और यह अत्यधिक आध्यात्मिकता का गुण व आस्था उसकी प्रतिष्ठा में चार चांद लगाते जाते हैं। यह बात आज हम पावन दीपावली पर्व के तीसरे दिन यांने लक्ष्मी पूजन 31 अक्टूबर 2024 को इसलिए कह रहे हैं क्योंकि कल दिनांक 30 अक्टूबर 2024 को पूरी दुनियाँ ने देख़ा कि किस तरह भारत की अयोध्या नगरी ने दीप प्रज्

2024 தீபாவளி நேரம் வந்துவிட்டது - பக்தர்கள் ஆசைப்பட்டனர் - ஓ தாயே லக்ஷ்மி, வறுமை - வறுமையை தோற்கடி - செல்வத்தைப் பொழிவாக்கு.

 2024 தீபாவளி நேரம் வந்துவிட்டது - பக்தர்கள் ஆசைப்பட்டனர் - ஓ தாயே லக்ஷ்மி, வறுமை - வறுமையை தோற்கடி - செல்வத்தைப் பொழிவாக்கு.  நாம் அனைவரும் ஒன்று கூடி, நமது குடும்பம், சமுதாயம் மற்றும் நாட்டிற்கு மகிழ்ச்சி, செழிப்பு மற்றும் செல்வம் பெருகப் போற்றுவோம் - பட்டாசு தொடர்பான அரசாங்க வழிகாட்டுதல்களைப் பின்பற்றுங்கள்.  லக்ஷ்மி பூஜையின் புனித நேரத்தில், லட்சுமி தேவி தனது ஆசிகளைப் பொழிவதற்காக வெளியே வந்துள்ளார், யாரைப் பார்த்தாலும், அவரது அதிர்ஷ்டம் செல்வமும் செல்வமும் நிறைந்ததாக இருக்கும் என்பது நம்பிக்கை - வழக்கறிஞர் கிஷன் சன்முக்தாஸ் பவ்னானா கோண்டியா மகாராஷ்டிரா   கோண்டியா - பழங்காலத்திலிருந்தே, இந்தியா உட்பட உலகெங்கிலும் உள்ள இந்தியர்களிடையே நம்பிக்கை உள்ளது, யார் லட்சுமி தேவியிடம் தனது விருப்பத்தை முழு இதயத்துடனும் ஆத்மாவுடனும் வெளிப்படுத்துகிறாரோ, அந்த தூய்மையான, தன்னலமற்ற மற்றும் நேர்மையான உணர்வுகளுக்கு லட்சுமி தேவி நிச்சயமாக தனது ஆசிகளைப் பொழிவாள். அவர்களின் ஏழ்மை மற்றும் தரித்திரம் செல்வம் மற்றும் தானியங்களை பொழிகிறது, அதன் சரியான நாள் தீபாவளி மற்றும் இந்த நேரத்தில் உலகம் முழுவதும் தீப

दीपावली 2024 की बेला आई - भक्तों नें मन्नत सुनाई-हे मां लक्ष्मी,दरिद्रता-ग़रीबी हरो-धन की बारिश करो

 दीपावली 2024 की बेला आई - भक्तों नें मन्नत सुनाई-हे मां लक्ष्मी,दरिद्रता-ग़रीबी हरो-धन की बारिश करो आओ सभी मिलकर अपने परिवार,समाज,देश के लिए सुख समृद्धि धन-धान्य भरपूर करने की स्तुति करें-पटाखों संबंधी सरकारी दिशा निर्देशों का पालन करें लक्ष्मी पूजन के शुभ मुहूर्त में माँ लक्ष्मी अपनी कृपा दृष्टि बरसाने निकली है, जिसपर नज़र पड़ी उसकी किस्मत निहाल धन धान्य से मालामाल,ऐसी मान्यता है -एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनाना गोंदिया महाराष्ट्र  गोंदिया - भारत सहित पूरी दुनियाँ में पौराणिक काल से भारतीयों के बीच ऐसी मान्यता है कि जो मां लक्ष्मी के सामने दिल से भावपूर्ण भाव से अपनी मनोकामना रखेगा  मां लक्ष्मी उन शुद्ध निस्वार्थ ईमानदार भावों पर अपनी कृपा दृष्टि ज़रूर बरसाती है और उनकी दरिद्रता गरीबी हर लेती है,व धन-धान्य की बारिश करती है जिसका सटीक दिन दीपावली और पल या क्षण लक्ष्मी पूजा है।इस बार दीपावली की तारीख को लेकर दुनियाँ भर में असमंजस की स्थिति बनी हुई थी। कार्तिक माह की अमावस्या तिथि को दीपावली मनाए जाने का विधान है। कुछ लोगों द्वारा 31 अक्टूबर को दीपावली मनाई जा रही हैं तो, तो कुछ का कहना है क

धन से बड़ा कौन?

  धन से बड़ा कौन? दुनिया में धन खूब बढ़े। इतना बढ़े कि देवता तरसें पृथ्वी पर जन्म लेने को.. लेकिन धन ही सब कुछ नहीं है। कुछ और भी बड़े धन हैं। ध्यान हो तो धन भी सुंदर है। ध्यानी के पास धन होगा, तो जगत का हित ही होगा, कल्याण ही होगा। क्योंकि धन ऊर्जा है। धन शक्ति है। धन बहुत कुछ कर सकता है। मैं धन विरोधी नहीं हूं। मैं उन लोगों में नहीं, जो समझाते हैं कि धन से बचो। भागो धन से। वे कायरता की बातें करते हैं। मैं कहता हूं जियो धन में, लेकिन ध्यान का विस्मरण न हो। ध्यान भीतर रहे, धन बाहर। फिर कोई चिंता नहीं है। तब तुम कमल जैसे रहोगे, पानी में रहोगे और पानी तुम्हें छुएगा भी नहीं। ध्यान रहे, धन तुम्हारे जीवन का सर्वस्व न बन जाए। तुम धन को ही इकट्ठा करने में न लगे रहो। धन साधन है, साध्य न बन जाए। धन के लिए तुम अपने जीवन के अन्य मूल्य गंवा न बैठो। तब धन में कोई बुराई नहीं है। मैं चाहता हूं कि दुनिया में धन खूब बढ़े, इतना बढ़े कि देवता तरसें पृथ्वी पर जन्म लेने को। लेकिन धन सब कुछ नहीं है। कुछ और भी बड़े धन हैं। प्रेम का, सत्य का, ईमानदारी का, सरलता का, निर्दोषता का, निर-अहंकारिता का। ये धन से भी

દિવાળીના દીવાઓના ઝગમગાટ અને ઝગમગાટમાં આખું વિશ્વ રંગાઈ જશે.

 દિવાળીના દીવાઓના ઝગમગાટ અને ઝગમગાટમાં આખું વિશ્વ રંગાઈ જશે.   સમગ્ર વિશ્વમાં મૂળ ભારતીયો દીવા પ્રગટાવીને અને ફટાકડા ફોડીને ભારતની ભાવનામાં ડૂબી જાય છે.   દિવાળીના તહેવારને અમેરિકા, સિંગાપોર, મોરેશિયસ અને મલેશિયા સહિતના ઘણા દેશોમાં સરકારી રજા જાહેર કરવામાં આવે છે, જે આ તહેવારમાં ભવ્યતા ઉમેરે છે - એડવોકેટ કિશન સનમુખદાસ ભવનાની ગોંદિયા મહારાષ્ટ્ર.   ગોંદિયા - વૈશ્વિક સ્તરે, ભારત વિશ્વનો એકમાત્ર એવો દેશ છે જે સદીઓથી તેના પૂર્વજોની પરંપરાઓ, માન્યતાઓ અને સંસ્કૃતિઓનું પાલન કરે છે, જો કે, ભારત વિશ્વનો એકમાત્ર એવો દેશ છે જ્યાં હજારો અને લાખો જાતિના લોકો રહે છે , સમાજ, ધર્મ અથવા સમુદાય એકબીજા સાથે સંકળાયેલા છે, જ્યાં એકતામાં વિવિધતા છે, આ જ કારણ છે કે દરેક ધર્મ, સમાજ, જાતિ અને સમુદાયના લોકો ખૂબ જ ધામધૂમથી ઉજવે છે. પરંતુ જો આપણે ઈતિહાસમાં સદીઓથી ચાલતા આવતા તહેવાર દિવાળીની ઉજવણીનો અભ્યાસ કરીએ તો તમામ ધર્મ, જાતિ અને સમુદાયના લોકો આ તહેવારને ખૂબ જ ધામધૂમથી ઉજવે છે, જો કે કેટલાક અપવાદોને નકારી શકાય તેમ નથી, તેમ છતાં દરેક વ્યક્તિ આ તહેવારને એકસાથે ઉજવે છે. મોટી સંખ્યામાં, જે આ વર્ષે 31 ઓક્ટોબર 2024 ના

पूरा विश्व दीपावली की रोशनी व दियों क़ी जगमगाहट से सराबोर होगा

 पूरा विश्व दीपावली की रोशनी व दियों क़ी जगमगाहट से सराबोर होगा  पूरी दुनियाँ में बसे मूल भारतीय दियों की जगमगाहट व आतिशबाजी कर भारतमय में सराबोर होते हैं  दीपावली पर्व पर अमेरिका सिंगापुर मॉरीशस मलेशिया सहित अनेक देशों में सरकारी छुट्टी घोषित है,जो इसपर्व को भव्यता प्रदान करती है -एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र  गोंदिया - वैश्विक स्तरपर दुनियाँ में भारत एक ऐसाअकेला देश है जो सदियों से अपनी रीति रिवाजो, मान्यताओं अपने पूर्वजों की संस्कृतियों से चलने वाला देश है।हालांकि दुनियां में भारत ही एक अकेला ऐसा देश है, जहां हजारों, लाखों जाति समाज धर्म समुदाय सेसारोबार हैं, जहां एकता में अनेकता का भाव है।यही कारण है कि हर धर्म समाज जाति समुदाय के मानुषी जीव अपनेअपने धर्म समुदायों के त्यौहार बड़े धूमधाम से मनाते हैं, परंतु इतिहास में सदियों से चल रहा एक पर्व दीपावली को मनाने का अगर हम अध्ययन करेंगे तो सभी धर्मो जातियों समुदायों के लोग इस पर्व को धूमधामसे मनाते हैं,हालांकि कुछ अपवाद से इनकार नहीं किया जा सकता फिर भी बड़ी मात्रा में यह पर्व सभी मिलकर मनाते हैं, जो इस वर्ष 31 अक्टूब

دھنتیرس سے دیوالی تک پانچ روزہ تہوار شنکھانند بھائی دوج کے بعد شروع ہوتا ہے۔

 دھنتیرس سے دیوالی تک پانچ روزہ تہوار شنکھانند بھائی دوج کے بعد شروع ہوتا ہے۔  دیوالی آ گئی ہے - 5 دن طویل تہوار - دیوالی کا تہوار دھنتیرس سے شروع ہوتا ہے۔  دنیا کے ہر ملک میں رہنے والے ہندوستانی چھٹھ کے تہوار کے دوران دھنتیرس سے لے کر بھائی دوج تک خوشیوں سے بھر جائیں گے - ایڈوکیٹ کشن سنمکھ داس بھونانی گونڈیا مہاراشٹر   گونڈیا - اگر ہم عالمی سطح پر گہرائی سے دیکھیں تو ہندوستان میں تقریباً ہر روز کوئی نہ کوئی تہوار منایا جاتا ہے۔  کبھی سماجی، ذات پات، مذہبی، قومی اور کبھی انتخابی تہوار منانے کا دن ہوتا ہے جیسے 20 نومبر 2024 کو مہاراشٹرا اور جھارکھنڈ کا انتخابی تہوار اور 23 نومبر 2024 کو نتائج کا تہوار۔ ان تہواروں کا ایک اہم احساس تنوع میں اتحاد ہے۔ اس کی وجہ سے ہندوستان، ایک بہت بڑی آبادی والا ملک، مختلف مذاہب، ذاتوں اور ذیلی ذاتوں کے درمیان ہمہ گیر ہم آہنگی کی محبت کا ایک خوبصورت گلدستہ ہے، یہی وجہ ہے کہ ہر مذہب اور معاشرے کے تہواروں کے لیے یہ فطری بات ہے۔ ہر روز آتے ہیں.  لیکن ان چند تہواروں میں سے، دھنتیرس سے دیوالی اور پھر چھٹھ مہاپروا ایک ایسا خوبصورت تہوار ہے جو نہ صرف ہندوستان می

धनतेरस से दीपावली का शंखानंद-भाई दूज तक पंचदिवसीय महापर्व शुरू

 धनतेरस से दीपावली का शंखानंद-भाई दूज तक  पंचदिवसीय महापर्व शुरू दीप जले दीपावली आई - 5 दिवसीय महापर्व - धनतेरस से दीपावली पर्व का आगाज़ दुनियाँ के हर देश में बसे भारतवंशी धनतेरस से भाई दूज तक फिर छठ महात्योहार में खुशियों से सरोबार होंगे - एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र  गोंदिया - वैश्विक स्तरपर अगर हम गहराई से देखें तो भारत में करीब करीब हर दिन किसी न किसी पर्व को मनाने का होता है। कभी सामाजिक जातीय धार्मिक, राष्ट्रीय तो कभी चुनावी महापर्व जैसे 20 नवंबर 2024 को महाराष्ट्र और झारखंड का चुनावी महापर्व  तथा 23 नवंबर 2024 को परिणाम आने का महापर्व  मनाने का दिन है, इन त्योहारों का एक महत्वपूर्ण भाव अनेकता में एकता है,इसके कारण ही भारत एक विशालकाय जनसंख्या वाला देश विभिन्न धर्मो जातियों उपजातियों के बीच सर्वधर्म सद्भाव के प्रेम से संजोया हुआ एक खूबसूरत गुलदस्ता है,इसीलिए ही हर धर्म समाज का पर्व हर दिन आनास्वाभाविक है। परंतु उन कुछ पर्वों में से धनतेरस से दीपावली और फिर छठ महापर्व एक ऐसा खूबसूरत त्यौहार पर्व है जिसे भारत में ही नहीं पूरी दुनियाँ में बसे भारतवंशियों द्वारा

வாஷிங்டனில் நடைபெறும் சர்வதேச நாணய நிதியம் மற்றும் உலக வங்கியின் வருடாந்திர கூட்டத்தில் இந்தியாவின் அறிமுகம்

 வாஷிங்டனில் நடைபெறும் சர்வதேச நாணய நிதியம் மற்றும் உலக வங்கியின் வருடாந்திர கூட்டத்தில் இந்தியாவின் அறிமுகம்   வேலை வாய்ப்பு, திறன் திட்டமிடல் மற்றும் தொழிலாளர் தக்கவைப்பு ஆகியவற்றிற்கான உயர் முன்னுரிமை திறன் பகுதிகளை கண்டறிவதில் நாடுகளுடன் ஒத்துழைக்க உலக வங்கி அறிவுறுத்தியது.   பசுமை வேலைகள் மற்றும் செயற்கை நுண்ணறிவின் போக்குக்குப் பிறகு, வேலை இழப்புகள் மற்றும் வேலை உருவாக்கத்தில் வளர்ந்து வரும் போக்குகளின் தாக்கத்தை அறிந்து கொள்வது முக்கியம் - வழக்கறிஞர் கிஷன் சன்முக்தாஸ் பவ்னானி கோண்டியா மகாராஷ்டிரா   கோண்டியா - உலகளவில் மாறிவரும் சூழ்நிலையில் டிஜிட்டல் மயமாக்கல் மற்றும் தொழில்நுட்ப வளர்ச்சியில் செயற்கை நுண்ணறிவு மற்றும் தொழில்நுட்பத்தின் விரைவான வளர்ச்சியின் காரணமாக, வணிகத் துறை சேவை வணிகத் துறை அலுவலக ஊழியர்களைக் குறைப்பது இப்போது அவசியமாகிவிட்டது, ஏனெனில் இந்த உலகளாவிய போட்டியில் ஆன்லைன் சகாப்தம் குறைவாக உள்ளது, சேவை பொருளாதாரம் நடக்கிறது, இது AI இல்லாமல் சாத்தியமில்லை, இது உலகளவில் அதிக எண்ணிக்கையிலான வேலைகள் அகற்றப்படுகின்றன, இது தீர்க்கப்பட வேண்டியது அவசியம் உலக வங்கி மற்றும்

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष व विश्व बैंक की वार्षिक बैठक वाशिंगटन में भारत का आगाज़

 अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष व विश्व बैंक की वार्षिक बैठक वाशिंगटन  में भारत का आगाज़  विश्व बैंक उच्च प्राथमिकता वाले कौशल क्षेत्र की पहचान कर रोज़गार कौशल प्लान व श्रम बनाए रखने में देशों के साथ सहयोग की सलाह दी  हरित नौकरियों व आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चलन के बाद,उभरते रुझानों से नौकरी छूटने तथा नौकरी सृजन पर प्रभाव का संज्ञान लेना ज़रूरी-एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानीं गोंदिया महाराष्ट्र  गोंदिया - वैश्विक स्तरपर बदलते परिपेश में हर क्षेत्र में डिजिटाइजेशन व प्रौद्योगिकी विकास में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तथा प्रौद्योगिकी तकनीक के तेजी से विकास के कारण अब ऑफिस स्टाफ को संकुचित करना व्यापार उद्योग सेवा वाणिज्य क्षेत्रके लिए ज़रूरी हो गयाहै,क्योंकि इस वैश्विक कंपटीशन ऑनलाइन युग में कम कीमतें अधिक सेवा वाला फंडा चल रहा है, जो एआई के बिना संभव नहीं हो सकता, जिसका सीधा प्रभाव नौकरियों पर पड़ रहा है वैश्विक स्तरपर बड़ी तादाद में नौकरियां रिमूव हो रही है, बेरोजगारी अत्यधिक बढ़ रही है जिसका उपाय पूरी दुनियाँ के लिए करना ज़रूरी है, जिसमें विश्व बैंक व अंतरराष्ट्रीय मॉनेटरी फंड की भूमिका अहम हो जाती है क