आलकी की पालकी!जय कन्हैया लाल की' से गूंजा कथा पंडाल
'अहंकार पतन का मुख्य कारण'
बेटमा। स्थानीय मंत्री नगर में चल रही भागवत कथा में चौथे दिन भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। उत्सव के तहत कथा स्थल की गुब्बारों और मटकी से आकर्षक सजावट की गई थी। कथा के दौरान जैसे ही व्यासपीठ से भगवान के जन्मोत्सव की घोषणा हुई, पूरा पंडाल 'आलकी की पालकी-जय कन्हैयालाल की' के जयकारों से गूंज उठा।
कथा के दौरान कथावाचक पं. लोकेशानंद शास्त्री ने कहा कि जीवन में कभी अंहकार मत करना। अहंकार पतन का मुख्य कारण है। जिसने भी अपने जीवन में अहंकार किया है, उसका पतन निश्चित हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रभु की कृपा से कुछ भी असंभव नहीं है। मनुष्य के जीवन में अच्छे व बुरे दिन प्रभु की कृपा से ही आते हैं। कृपा न होने पर प्रभु मनुष्य को सभी सुखों से वंचित कर देते हैं।
जन्मोत्सव के तहत वासुदेव बने व्यक्ति कृष्ण बने बालक को सिर पर धारण कर जुलूस के रूप में कथा स्थल पहुंचे तो माहौल भक्ति मय हो गया। इस दौरान भक्तिगीतों पर श्रद्धालु जमकर थिरके। अंत में आरती व प्रसाद वितरण के आयोजन हुए।
कथा में व्यासपीठ का पूजन पूर्व विधायक सत्यनारायण पटेल, पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष हेमंत पाल ,पूर्व सांसद प्रतिनिधि दिनेश गर्ग, मानसिंह गेहलोद, कैलाश चौधरी, आयोजक संतोष जाट ने किया। इस अवसर पर बंटी कुमरावत , संदीप चौधरी , महादेव दायमा, भागचंद बंसल, गोपाल शारदा, नरेंद्र सूर्यवंशी ,पोपसिंह मालवीय, योगेंद्र तोमर, ताराचंद खंडेलवाल, शिव कुशवाह सहित बड़ी संख्या में महिलाएं व पुरुष उपस्थित थे।
'अहंकार पतन का मुख्य कारण'
बेटमा। स्थानीय मंत्री नगर में चल रही भागवत कथा में चौथे दिन भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। उत्सव के तहत कथा स्थल की गुब्बारों और मटकी से आकर्षक सजावट की गई थी। कथा के दौरान जैसे ही व्यासपीठ से भगवान के जन्मोत्सव की घोषणा हुई, पूरा पंडाल 'आलकी की पालकी-जय कन्हैयालाल की' के जयकारों से गूंज उठा।
कथा के दौरान कथावाचक पं. लोकेशानंद शास्त्री ने कहा कि जीवन में कभी अंहकार मत करना। अहंकार पतन का मुख्य कारण है। जिसने भी अपने जीवन में अहंकार किया है, उसका पतन निश्चित हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रभु की कृपा से कुछ भी असंभव नहीं है। मनुष्य के जीवन में अच्छे व बुरे दिन प्रभु की कृपा से ही आते हैं। कृपा न होने पर प्रभु मनुष्य को सभी सुखों से वंचित कर देते हैं।
जन्मोत्सव के तहत वासुदेव बने व्यक्ति कृष्ण बने बालक को सिर पर धारण कर जुलूस के रूप में कथा स्थल पहुंचे तो माहौल भक्ति मय हो गया। इस दौरान भक्तिगीतों पर श्रद्धालु जमकर थिरके। अंत में आरती व प्रसाद वितरण के आयोजन हुए।
कथा में व्यासपीठ का पूजन पूर्व विधायक सत्यनारायण पटेल, पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष हेमंत पाल ,पूर्व सांसद प्रतिनिधि दिनेश गर्ग, मानसिंह गेहलोद, कैलाश चौधरी, आयोजक संतोष जाट ने किया। इस अवसर पर बंटी कुमरावत , संदीप चौधरी , महादेव दायमा, भागचंद बंसल, गोपाल शारदा, नरेंद्र सूर्यवंशी ,पोपसिंह मालवीय, योगेंद्र तोमर, ताराचंद खंडेलवाल, शिव कुशवाह सहित बड़ी संख्या में महिलाएं व पुरुष उपस्थित थे।
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