पतंजलि योगपीठ तहसील कुक्षी की वार्षिक बैठक में योग से राष्ट्रवाद का जागरण |
पतंजलि योगपीठ तहसील शाखा कुक्षी जिला धार के तत्वावधान में योग साधकों की संगोष्ठी एवं वार्षिक बैठक का आयोजन देवझिरी अमलाल में किया गया। आयोजन का मुख्य उद्देश्य था योग साधकों का मिलना व परिवार बैठक के माध्यम से समाज में जागरण के नए आयाम तय करना इसी परम उद्देश्य को लेकर इस अवसर पर वरिष्ठ योग साधक लूणकरण जी गुप्ता ने बताया कि वर्तमान समय भारत को विश्व गुरु के पद पर पहुंचाने के लिए हम सबको अपने अध्यात्म और योग के संयोजन से इस राष्ट्र की परिकल्पना के संकल्प को पूर्ण करना होगा समाज में फैली रूढ़िवादिता और पाखंड को तुरंत हटाते हुए राष्ट्र को समर्पण कैसे हो सके इस भाव का जागरण होना चाहिए साथ ही उन्होंने कथावाचकों से भी आग्रह किया है कि अपनी कथा में व्यासपीठ से मां भारती के लिए संदेश दे जो इस देश में अशांति फैला रहे हैं या विधर्मी लोग हैं उन सब के लिए सजा का प्रावधान होना चाहिए हम संगठित कैसे हो और कैसे-राष्ट्र के सर्वोत्तम विकास का कार्य कर सकें इस तरह के बातें अपनी उद्बोधन में कहीं इस लिए सबके लिए योग आवश्यक है।
रुपेश बड़जात्या समाजसेवी ने भी कहा कि योग के माध्यम से मन तन और आत्मा को संतुलित करके इस मानव शरीर का निर्माण आदर्श रूप में किया जा सकता है इसलिए उन्होंने स्वयं अपने को उदाहरण के रूप में प्रस्तुत किया कि योग से मुझे गंभीर बीमारियों से छुटकारा मिला डॉ बालकृष्ण मालवीय योग साधक ने बताया कि योग के द्वारा शारीरिक ही नहीं बल्कि उत्तम मानसिक स्वास्थ्य को भी प्राप्त करने में पूरी-पूरी सहायता मिलती है। मानसिक शक्तियों के पोषण और विकास के लिए उपर्युक्त चेतना और शक्ति भी प्राप्त होती है। योग के विषय में रुचि जागरण का कारण आधुनिक समाज में मानसिक तनावों की वृद्धि एवं रोगों की दर में वृद्धि होना ही है। जितेंद्र कुमार भावसार ने बताया की स्वराज के 75 वा अमृत महोत्सव के अंतर्गत उन गुमनाम क्रांतिकारियों का गुणगान होने जा रहा है जिन्होंने बिना किसी ऐश्वर्यके अपने प्राणों की आहुति इस राष्ट्र के निर्माण के लिए दी । वर्तमान परिस्थितियों में जितना शास्त्र जरूरी है उतना शस्त्र भी जरूरी है कुक्षी नगर की रक्त दूध टीम द्वारा 14 अगस्त 2022 को महा रक्तदान का एक विशाल आयोजन किया जा रहा है जिसमें हम सबकी सहभागिता हो यह संदेश भावसार ने दिया। श्रीमती अमृता भावसार नारी जागरण के लिए यह बताया कि जब तक माताएं अपने बच्चों को सही शिक्षा आचरण व्यवहार वह अनुशासन नहीं सिखाएगी तब तक बालक का निर्माण नहीं होगा वर्तमान में रूस और यूक्रेन के युद्ध ने यह सिद्ध कर दिया है की धरती के प्रति जब तक हमारा प्रेम व सद्भाव नहीं रहेगा तब तब ऐसी स्थितियां उत्पन्न होगी आस्था किसी व्यवस्था को नहीं मानती है किंतु जब इस ने पाखंड का रूप लिया है तब यह अव्यवस्था को जन्म देती है। योग साधक हीरालाल जी राठौड़ ने उपस्थित सभी बंधु भगिनीयों से आग्रह किया सप्ताह में एक बार अवश्य योग कक्षा में पधारे घर पर तो रोज योग करना ही है। अंत में दिनेश गुप्ता ने राम भजन के माध्यम से बने व्यंजन का भोग एक गीत के माध्यम से लगाया कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ घनश्याम मीणा जी ने किया इस अवसर पर श्री राम सीताराम , राजाराम, तुलसीराम, जमहेश ,विक्रम , महेंद्र ,ओम भाई नरेंद्र चाइना ,गोपाल काका एवं मातृ शक्ति की गरिमा मय उपस्थिति रही।सफल आयोजन पर पतंजलि योगपीठ जिला धार भारत स्वाभिमान जिला प्रभारी एवं राज्य कार्यकारिणी सदस्य विक्रम डूडी, पतंजलि योग समिति जिला प्रभारी रामभरोसे वर्मा, पतंजलि महिला जिला प्रभारी श्रीमती आरती यादव, किसान विकास समिति जिला प्रभारी सुखलाल रणदा, युवा भारत जिला प्रभारी सुनील धौरा ने साधुवाद ज्ञापित किया। आभार मांगीलाल काग तहसील प्रभारी पतंजलि योग समिति कुक्षी ने माना ।
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